



नई दिल्ली। जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार को देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद जस्टिस सूर्यकांत ने अपने बड़े भाई के पैर छूकर आशीर्वाद लिया, जिसका भावुक दृश्य समारोह में मौजूद सभी लोगों ने देखा। इस अवसर पर उनके परिवार के कई सदस्य भी मौजूद रहे।
शपथ लेने के बाद मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों से मुलाकात की। वे पूर्व मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई से भी गले मिले, जो समारोह का एक यादगार क्षण रहा।
इस शपथ ग्रहण समारोह की खासियत यह रही कि भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में पहली बार इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय न्यायिक प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया। ब्राजील, भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश अपनी-अपनी फैमिली के साथ समारोह में शामिल हुए। सुप्रीम कोर्ट के कई जज, वरिष्ठ अधिवक्ता और शीर्ष संवैधानिक पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इस अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति ने भारत की न्यायिक परंपरा, लोकतांत्रिक मूल्यों और वैश्विक मंच पर न्यायपालिका की बढ़ती प्रतिष्ठा को एक नई ऊंचाई दी है।