Monday, 17 November 2025

जयपुर सेंट्रल जेल में फिर मिली मोबाइल-सिम की खेप, अगस्त से नवंबर तक 57 मोबाइल बरामद


जयपुर सेंट्रल जेल में फिर मिली मोबाइल-सिम की खेप, अगस्त से नवंबर तक 57 मोबाइल बरामद

जयपुर सेंट्रल जेल की सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर गंभीर सवालों के घेरे में है। 15 नवंबर को हुई नियमित तलाशी के दौरान जेल अधिकारियों को दो मोबाइल फोन और एक सिम कार्ड बरामद हुए, जिसके बाद दो बंदियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 

रिपोर्ट के अनुसार वार्ड नंबर 3 में एक लावारिस मोबाइल मिला जिसमें सिम नहीं थी, जबकि वार्ड 11 की कोठरी नंबर 2 में बंदी अनिल चौधरी और विजयपाल कसाना के पास दूसरा मोबाइल फोन पाया गया। जेल प्रहरी गिर्राज द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह भी जांच की जा रही है कि ये मोबाइल जेल के भीतर कैसे पहुंचे और इन्हें किस उद्देश्य से इस्तेमाल किया जा रहा था।

अगस्त से नवंबर तक लगातार मोबाइल मिलने की घटनाओं ने जेल प्रशासन की सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस अवधि में कुल 57 मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं। अगस्त में 3 मामले सामने आए और 3 मोबाइल मिले। सितंबर में स्थिति सबसे चिंताजनक रही, जब 15 मामलों में 31 मोबाइल बरामद हुए। अक्टूबर में 19 मामले दर्ज हुए जिनमें 17 मोबाइल मिले, जबकि नवंबर में अब तक 4 मामलों में 6 मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं। आंकड़े साफ तौर पर संकेत देते हैं कि जेल में मोबाइल पहुंचाने का एक सक्रिय नेटवर्क काम कर रहा है, जो सुरक्षा चक्र को लगातार चुनौती दे रहा है।

सितंबर से अब तक की तलाशी में मोबाइल, सिम कार्ड, चार्जर और ईयरफोन तक मिल चुके हैं। 3 नवंबर को वार्ड नंबर 2 की बैरक नंबर 3 से मिला मोबाइल बंदी मनोज, विजयपाल और महेंद्र द्वारा इस्तेमाल किए जाने की बात सामने आई। चिंताजनक बात यह है कि बंदी अनिल चौधरी के पास दो महीने में दूसरी बार मोबाइल फोन मिला है। इन लगातार बरामदगियों से स्पष्ट है कि जेल में बाहरी संपर्क बनाए रखने की कोशिशें सक्रिय रूप से जारी हैं, जो न केवल जेल प्रशासन बल्कि सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी बड़ी चुनौती बन चुकी हैं। जेल प्रशासन ने सभी मामलों में विस्तृत पुलिस जांच शुरू करवाई है और मोबाइल सप्लाई की इस अवैध श्रृंखला का पर्दाफाश करने के प्रयास तेज कर दिए हैं।

    Previous
    Next

    Related Posts