



जयपुर। राजस्थान सरकार ने राज्यभर के सभी सरकारी दफ्तरों, स्कूल-कॉलेजों और मदरसों में हर दिन राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ गाने का निर्णय लिया है। यह फैसला ‘वंदे मातरम्’ की रचना के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में लिया गया है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि यह नियम 7 नवंबर से लागू होगा और राज्य के सभी सरकारी संस्थानों में इसे प्रतिदिन गाया जाएगा।
दिलावर ने कहा कि यह आदेश शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग और अल्पसंख्यक मामलों के विभाग के अधीन आने वाले सभी संस्थानों पर लागू होगा। उन्होंने कहा, “वंदे मातरम् केवल गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है। यह गीत हर नागरिक के हृदय में राष्ट्रप्रेम की भावना जगाता है और हमें अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ता है।”
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि 7 नवंबर से पूरे वर्ष को ‘देशभक्ति वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा। राज्यभर में इस अवसर पर विशेष कार्यक्रम, देशभक्ति गीतों की प्रस्तुतियां और छात्र-छात्राओं के लिए सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इसी के साथ शिक्षा विभाग ने कम नामांकन वाले स्कूलों को मर्ज करने की प्रक्रिया भी तेज कर दी है। मंत्री दिलावर ने बताया कि इस वर्ष अब तक 449 स्कूलों का विलय किया जा चुका है, जबकि अगले साल 312 और स्कूलों को मर्ज किया जाएगा। इनमें 25 से कम विद्यार्थियों वाले 155 उच्च माध्यमिक स्कूल और 5 या उससे कम नामांकन वाले 157 प्राथमिक स्कूल शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि “दो सालों के प्रयासों के बावजूद जिन स्कूलों में नामांकन नहीं बढ़ पाया है, उन्हें नजदीकी विद्यालयों में मर्ज किया जाएगा ताकि बच्चों को पढ़ाई के लिए लंबी दूरी तय न करनी पड़े।” विभाग की ओर से इसका सर्वे जारी है और यह प्रक्रिया अगले वर्ष की शुरुआत तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है।