



कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ी लाल मीणा ने बुधवार देर रात बीकानेर जिले के नापासर गांव में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। देर रात की इस छापेमारी में एक फैक्ट्री से करीब डेढ़ लाख लीटर इंडस्ट्रियल ऑयल बरामद किया गया। जांच के दौरान फैक्ट्री के एक कमरे में पलंग के नीचे छिपाकर रखे गए एक बॉक्स से 15 लाख रुपए नगद भी मिले।
छापेमारी से पहलेकृषि मंत्री डॉ.किरोड़ी लाल मीणा ने संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा को निर्देश दिए थे कि वे अधिकारियों की टीम तुरंत नापासर भेजें। मंत्री को सूचना मिली थी कि इलाके में बड़े पैमाने पर नकली बायो डीजल का स्टोरेज हो रहा है।
सूचना के आधार पर मंत्री स्वयं टीम के साथ पहुंचे और पेट्रोलियम प्रोडक्ट बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा। फैक्ट्री में भारी मात्रा में इंडस्ट्रियल ऑयल बड़े कंटेनरों में भरा हुआ मिला। कार्रवाई के दौरान कई ऐसे ई-वे बिल बरामद हुए जो सूरत और अहमदाबाद से लुधियाना और दिल्ली जैसी जगहों के लिए बने थे। अधिकारियों के अनुसार टैंकरों को नापासर में ही खाली कर दिया जाता था।
फैक्ट्री मालिक केशव विजय का कहना है कि फैक्ट्री में जो केमिकल बनता है वह इंडस्ट्रियल यूज में आता है, और भुजिया फैक्ट्रियों सहित अन्य उद्योगों में सप्लाई होता है। उनका यह भी दावा है कि बीकानेर में ऐसी कई और फैक्ट्रियां भी चल रही हैं। इस कार्रवाई की शुरुआत तब हुई जब कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ी लाल मीणा भारतमाला एक्सप्रेस-वे से जोधपुर से बीकानेर लौट रहे थे। रास्ते में उन्होंने कई वाहनों में अवैध तरीके से डीजल भरा जाता देखा। मंत्री ने तुरंत गाड़ी रुकवाई और मौके पर पहुंचकर पूछताछ शुरू की।
पूछताछ के दौरान एक ट्रक ड्राइवर ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि वह हर हफ्ते नापासर थाने को 15 हजार रुपए देता है, इसलिए उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। वहीं ड्राइवर ने बताया कि वह नापासर की एक फैक्ट्री से ही यह तेल लेकर आता है और उसने मंत्री को कांटे की रसीद भी दिखाई। उसी ड्राइवर की निशानदेही पर कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ी लाल मीणा रात में ही टीम के साथ नापासर की फैक्ट्री पहुंचे और छापेमारी कर भारी मात्रा में केमिकल व कैश जब्त किया। मामले की आगे जांच संबंधित विभाग कर रहा है।