जयपुर/जैसलमेर।जैसलमेर में हुए दर्दनाक बस हादसे के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सभी बसों की बस बोर्ड नियमावली के अनुसार सघन जांच (Intensive Inspection) की जाए ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
मुख्यमंत्री शर्मा के निर्देश के बाद सरकार ने चित्तौड़गढ़ के जिला परिवहन अधिकारी (DTO) सुरेंद्र सिंह गहलोत और बस का निरीक्षण करने वाले सहायक प्रशासनिक अधिकारी चुन्नीलाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। सरकारी आदेश में कहा गया है कि यह कार्रवाई गंभीर लापरवाही और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के चलते की गई है।उल्लेखनीय है कि दुर्घटनाग्रस्त बस चित्तौड़गढ़ जिले में रजिस्टर्ड थी, जिसके निरीक्षण की जिम्मेदारी इन्हीं अधिकारियों पर थी।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने परिवहन विभाग को निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जिलों में संचालित निजी और सरकारी बसों की तकनीकी एवं सुरक्षा जांच तत्काल शुरू की जाए।उन्होंने कहा —“यात्री सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”इसके साथ ही उन्होंने यह भी आदेश दिया किबसों की फिटनेस, रूट परमिट, बीमा और फायर सेफ्टी उपकरणों की जांच नियमित रूप से की जाए,और किसी भी खामी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद परिवहन विभाग में कड़ी जवाबदेही तय की जा रही है।जिन अधिकारियों ने बसों की फिटनेस जांच या सुरक्षा अनुपालन में ढिलाई बरती है,उन पर भी जांच और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है किसड़क सुरक्षा और जनसुरक्षा के मामलों में “शून्य सहनशीलता” (Zero Tolerance) की नीति अपनाई जाएगी।