Tuesday, 14 October 2025

एसीबी ने कार्रवाई कर SMS अस्पताल के डॉ. मनीष अग्रवाल के लॉकर से मिला 900 ग्राम सोना, 1 करोड़ की ज्वेलरी बरामद


एसीबी ने कार्रवाई कर SMS अस्पताल के डॉ. मनीष अग्रवाल के लॉकर से मिला 900 ग्राम सोना, 1 करोड़ की ज्वेलरी बरामद

जयपुर।भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने सोमवार को SMS अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग के HOD और एडिशनल प्रिंसिपल डॉक्टर मनीष अग्रवाल के ठिकानों पर सर्च अभियान चलाया।इस कार्रवाई में डॉक्टर के बैंक लॉकर से 900 ग्राम सोने की ज्वेलरी बरामद की गई है, जिसकी बाजार कीमत करीब ₹1 करोड़ रुपये आंकी गई है।

ACB सूत्रों के अनुसार, डॉक्टर मनीष अग्रवाल के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच के तहत यह सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है। ब्यूरो को शक है कि अग्रवाल के अन्य बैंक लॉकर और संपत्तियों में भी अवैध संपत्ति छिपाई गई हो सकती है।

एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा था 1 लाख की रिश्वत लेते

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 9 अक्टूबर 2025 को जयपुर में गोपालपुरा स्थित उनके निजी मकान पर पेशेंट देखने के दौरान डॉक्टर मनीष अग्रवाल को ₹1 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। एसीबी की टीम के अनुसार, डॉक्टर ने मरीज के परिजन से ऑपरेशन के नाम पर रिश्वत मांगी थी।कार्रवाई के दौरान जब टीम मौके पर पहुंची तो डॉक्टर के कर्मचारी जगत ने रिश्वत की रकम को घर के पास एक खाली प्लॉट में फेंक दिया था, ताकि सबूत न मिले। लेकिन ACB ने तुरंत उसे बरामद कर लिया और कर्मचारी जगत को भी गिरफ्तार कर लिया था।

पूछताछ में डॉक्टर का दावा — “मुझसे जलने वालों ने शिकायत की”

एसीबी की पूछताछ में डॉक्टर मनीष अग्रवाल ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इंकार किया और कहा कि मेरे से जलने वालों ने मेरी शिकायत की है। मुझे जो जिम्मेदारियां दी गईं, उससे कुछ लोग नाराज हैं।

हालांकि एसीबी अधिकारियों को शक है कि डॉक्टर जानबूझकर गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि डॉक्टर ने खुद को SMS मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी का करीबी बताया था।ACB ने फिलहाल इस बयान की भी जांच शुरू कर दी है कि कहीं वह प्रभावशाली संबंधों का उपयोग जांच प्रभावित करने के लिए तो नहीं करना चाहता।

ACB ने खंगाले लॉकर और ठिकाने, मिली भारी ज्वेलरी

जांच के दौरान एसीबी टीम ने डॉक्टर के बैंक लॉकर और घर की तलाशी ली।इस दौरान लगभग 900 ग्राम सोना, डायमंड ज्वेलरी, और कैश बरामद हुआ।ब्यूरो का कहना है कि लॉकर की पूरी सूची तैयार की जा रही है और बरामद ज्वेलरी के प्रमाणिक स्रोतों की जांच होगी।संभावना है कि आगे आने वाले दिनों में अग्रवाल के अन्य लॉकर और प्रॉपर्टीज पर भी छापे मारे जाएंगे।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जांच जारी

एसीबी के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यह मामला केवल रिश्वत तक सीमित नहीं रह सकता। जांच में अगर डॉक्टर की संपत्ति आय से अधिक पाई गई, तो भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1)(e) के तहत अलग मुकदमा दर्ज किया जाएगा। फिलहाल डॉक्टर को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और टीम उसकी बैंक स्टेटमेंट, प्रॉपर्टी रिकॉर्ड और इनकम टैक्स विवरण की जांच कर रही है।

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