जयपुर अंता विधानसभा उपचुनाव-2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त वातावरण में संपन्न कराने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने गुरुवार को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को सतर्क रहते हुए चुनावी प्रक्रिया पारदर्शी बनाने और मतदाताओं की सुविधा के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।
निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों को स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव प्रचार के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित टूल्स और डीपफेक वीडियो का उपयोग आदर्श आचार संहिता के तहत ही किया जाए। किसी भी प्रकार की भ्रामक सामग्री या प्रतिद्वंद्वी को लक्षित करने वाले वीडियो पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अंता विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग अनिवार्य होगी। जिन स्थानों पर 3 या अधिक मतदान केंद्र होंगे, वहां अतिरिक्त कैमरे लगाए जाएंगे। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सेक्टर ऑफिसर और माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किए जाएंगे।
राज्य पुलिस नोडल अधिकारी अनिल कुमार टांक ने बताया कि बारां जिले की सीमाएं पड़ोसी राज्यों से लगी होने के कारण विशेष निगरानी की व्यवस्था की गई है। आवश्यकता पड़ने पर केंद्रीय सुरक्षा बलों की भी तैनाती होगी।
85 वर्ष से अधिक आयु और 40% से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं के लिए होम वोटिंग का विकल्प उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए 18 अक्टूबर तक फॉर्म 12डी भरे जा सकते हैं। अंता विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,27,563 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें 1013 वरिष्ठ नागरिक, 1170 दिव्यांग और 39 सेवा मतदाता शामिल हैं।
कम मतदान वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देते हुए अधिकारियों को मतदाताओं को प्रोत्साहित करने की जिम्मेदारी दी गई है। मतदाता पहचान पत्र (EPIC) के साथ ही 12 वैकल्पिक पहचान पत्रों (जैसे आधार, पैन, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि) से भी मतदान किया जा सकेगा।
अंता विधानसभा क्षेत्र में 268 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 8 महिला संचालित, 8 युवा संचालित, 1 दिव्यांगजन संचालित और कई ग्रीन बूथ होंगे, जहां सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं होगा और पर्यावरण अनुकूल व्यवस्था रहेगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। सुरक्षित और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करना ही सर्वोच्च प्राथमिकता है।