Thursday, 21 August 2025

गीता पढ़ें, जीवन को सार्थक बनाएं : वासुदेव देवनानी


गीता पढ़ें, जीवन को सार्थक बनाएं : वासुदेव देवनानी

जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि गीता का अध्ययन जीवन को सार्थक बनाता है और निराशा व कुण्ठा को दूर करता है। उन्होंने कहा कि रामायण और गीता जीवन जीने के लिए कर्मप्रधान ग्रंथ हैं और प्रत्येक घर में इनका होना आवश्यक है। अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को इनका अध्ययन कराएं ताकि उनमें जीवन जीने की प्रेरणा और सकारात्मक सोच का विकास हो।

देवनानी कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान में आयोजित गीता मनीषी स्वामी ज्ञानान्द के दिव्य गीता सत्संग समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने स्वामी ज्ञानान्द का शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम में आनन्द पोद्दार ने भी पुष्पगुच्छ भेंट कर और शॉल ओढ़ाकर देवनानी का स्वागत किया।

विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने कहा कि सनातन संस्कृति का वातावरण राष्ट्र को प्रगति की दिशा में ले जा रहा है और शीघ्र ही भारत विश्व गुरु बनेगा। उन्होंने बताया कि अपने शिक्षा मंत्री कार्यकाल के दौरान उन्होंने विद्यालयों में गीता ग्रंथ भेजवाए थे ताकि छात्र नैतिक शिक्षा से जुड़ सकें। उन्होंने जोर देकर कहा कि नैतिक शिक्षा के लिए गीता का अध्ययन आवश्यक है।

समारोह में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे, जिनमें जसवीर सिंह, योगी मनीष, हेमन्त सेठीया सहित कई समाजसेवी और श्रद्धालु शामिल रहे।

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