राजस्थान में पंचायतीराज चुनाव को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद पर अब स्थिति स्पष्ट हो गई है। राज्य निर्वाचन आयोग अगले 1-2 दिनों में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। राज्य निर्वाचन आयुक्त मधुकर गुप्ता ने सोमवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद आयोग पूरी तरह सक्रिय हो गया है और अब जल्द चुनाव कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त गुप्ता ने बताया कि हाईकोर्ट का आदेश आयोग को आज प्राप्त हुआ है। आदेशों की पालना करते हुए जल्द ही चुनाव कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। गौरतलब है कि हाल ही में राजस्थान हाईकोर्ट की जस्टिस अनूप ढंड की अदालत ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि परिसीमन के नाम पर पंचायतीराज चुनावों को अनिश्चितकाल तक टालना संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ है।
हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि यदि सरकार समय पर चुनाव नहीं कराती है, तो राज्य निर्वाचन आयोग का दायित्व है कि वह हस्तक्षेप कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया बहाल करे। अदालत ने बिना उचित प्रक्रिया के निलंबित किए गए पंचायत प्रशासकों को बहाल करने का भी आदेश दिया।
राजस्थान की 6,759 ग्राम पंचायतों का कार्यकाल जनवरी 2025 में समाप्त हो चुका था। इसके बाद सरकार ने पूर्व सरपंचों को प्रशासक के रूप में नियुक्त कर दिया था। हालांकि, बाद में भ्रष्टाचार और कदाचार के आरोपों के चलते कई प्रशासकों को हटा दिया गया।