Thursday, 21 August 2025

एसएमएस अस्पताल में कार्डियक सेंटर मार्च 2026 तक होगा शुरू, आईपीडी टॉवर को लेकर संशय बरकरार


एसएमएस अस्पताल में कार्डियक सेंटर मार्च 2026 तक  होगा शुरू, आईपीडी टॉवर को लेकर संशय बरकरार

जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से आईपीडी टॉवर को लेकर की गई टिप्पणी के बाद मंगलवार को चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल परिसर का दौरा किया। उन्होंने कार्डियक सेंटर, इमरजेंसी बिल्डिंग और आईपीडी टॉवर की प्रगति रिपोर्ट ली और अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की।

कार्डियक सेंटर मार्च 2026 तक शुरू करने का आश्वासन: चिकित्सा मंत्री खींवसर ने बताया कि कार्डियक सेंटर की बिल्डिंग का काम लगभग पूरा हो चुका है और वर्तमान में फिनिशिंग कार्य अंतिम चरण में है। साथ ही उपकरणों की खरीद और इंस्टॉलेशन का कार्य भी तेज़ी से किया जा रहा है। संभावना जताई गई कि यह सेंटर 30 मार्च 2026 तक मरीजों की सेवा के लिए शुरू कर दिया जाएगा।

उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कार्डियक सेंटर शुरू होने के बाद अस्पताल परिसर में पार्किंग की समस्या और अधिक बढ़ सकती है, जिसके लिए नए विकल्प तलाशने के निर्देश दिए गए हैं।

हृदय रोगियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं: कार्डियक सेंटर के शुरू होने पर प्रदेश में हृदय रोगियों को आधुनिक और उन्नत सुविधाएं मिल सकेंगी। इसमें 250 बेड (जनरल और आईसीयू),5 कैथ लैब,4 ऑपरेशन थिएटर, एंजियोप्लास्टी के लिए रोबोटिक आर्म्स,हृदय से संबंधित सभी प्रकार की जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

इमरजेंसी बिल्डिंग का काम ठप: वर्तमान मेडिकल इमरजेंसी के पास शुरू किए गए नए इमरजेंसी भवन का निर्माण कार्य फिलहाल रुका हुआ है। निरीक्षण के दौरान चिकित्सा मंत्री खींवसर ने इस पर नाराजगी जताई और निर्देश दिए कि कार्य को शीघ्र प्रारंभ कर मरीजों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।

आईपीडी टॉवर को लेकर अनिश्चितता: चिकित्सा मंत्री खींवसर ने आईपीडी टॉवर की प्रगति की भी समीक्षा की और जेडीए अधिकारियों को निर्माण कार्य में गुणवत्ता से समझौता न करने के निर्देश दिए। इस टॉवर के मरीजों के लिए कब शुरू होगा, इस पर चिकित्सा मंत्री खींवसर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। उन्होंने यह भी कहा कि टॉवर के चालू होने के बाद पार्किंग सबसे बड़ी चुनौती बनकर सामने आएगी।

इस समीक्षा बैठक में चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी, मेडिकल एजुकेशन विभाग, एसएमएस अस्पताल प्रशासन और जेडीए के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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