नई दिल्ली। संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम हमला, पाकिस्तान से जुड़े आतंकी नेटवर्क, और कांग्रेस की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आतंकवाद पर नरम रही है, और भूतकाल में पाकिस्तान को क्लीन चिट देने वाले नेता आज भी सबूत मांग रहे हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि वर्ष 2004 से 2014 तक कांग्रेस के शासन में 1770 नागरिक आतंकी घटनाओं में मारे गए, जबकि 2015 के बाद ये संख्या घटकर 357 रह गई है, और आतंकी मारे जाने की दर में 123% का इजाफा हुआ है। शाह ने बताया कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद कश्मीर में आतंकी नेटवर्क लगभग खत्म हो चुका है, पत्थरबाज़ी और जनाजों में भीड़ की घटनाएं अतीत हो चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान और POK के भीतर 6-7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने 100 किमी अंदर घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें जैश और लश्कर के आतंकवादी मारे गए। उन्होंने कहा कि इस बार की कार्रवाई इतनी सटीक थी कि पाकिस्तान कुछ नहीं कर पाया।
अमित शाह ने कांग्रेस के पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनके द्वारा सबूत मांगना दर्शाता है कि पाकिस्तान को क्लीन चिट देने का षड्यंत्र कांग्रेस नेतृत्व में गहराई तक फैला हुआ है। उन्होंने दावा किया कि हमारे पास प्रमाण हैं कि पहलगाम हमले के तीनों आतंकी पाकिस्तानी थे, जिनके पास पाकिस्तान मेड चॉकलेट्स, AK-47 राइफलें और वोटर कार्ड तक मिले।
शाह ने कहा, “विपक्षी नेता आतंकी मारे जाने की खबर पर भी दुखी नजर आते हैं। उन्हें आतंकियों का धर्म दिखाई देता है, देशहित नहीं।” उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से कहा, “धर्म के आधार पर आतंकियों की मौत पर न दुखी हों।”
उन्होंने ऑपरेशन महादेव की जानकारी भी साझा की, जिसके तहत 22 मई से लेकर जुलाई तक इंटेलिजेंस पर निगरानी रखी गई और अंततः दाचीगाम में 28 जुलाई को तीनों आतंकी मारे गए। आतंकियों की पहचान की पुष्टि शवों, हथियारों और FSL रिपोर्ट के आधार पर की गई।
शाह ने कहा कि कांग्रेस के शासन में टाइगर मेमन, दाऊद इब्राहिम, रियाज़ भटकल, शादाब बेग जैसे आतंकवादी पाकिस्तान भागे और एक भी कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने सिंधु जल समझौते, शिमला समझौते और अक्साई चिन को लेकर कांग्रेस पर राष्ट्रीय हितों से समझौता करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि शिमला समझौते के दौरान भारत के पास 93 हजार पाकिस्तानी युद्धबंदी और 15 हजार वर्गकिमी जमीन थी, फिर भी कांग्रेस पाकिस्तान से POK की मांग करना भूल गई।
उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष सरकार को घेरने के लिए पाकिस्तान जैसे नैरेटिव का इस्तेमाल कर रहा है, जबकि सरकार ठोस कार्रवाई में विश्वास रखती है।