झालावाड़ जिले के मनोहर थाना क्षेत्र में हुए दर्दनाक स्कूल हादसे को लेकर शनिवार को पूर्व खनन एवं गोपालन मंत्री प्रमोद भैया जैन ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने दोपहर 10 बजे मनोहर थाना CHC पहुंचकर घटना पर गहरा दुख जताया और प्रशासन की लापरवाही को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
पूर्व मंत्री ने हादसे की तुलना बड़े स्तर पर हुई दुर्घटनाओं से करते हुए कहा कि देश में प्लेन क्रैश में मारे गए लोगों को एक-एक करोड़ का मुआवजा मिलता है, ऐसे में यहां भी बच्चों के परिजनों को एक-एक करोड़ और घायलों को कम से कम 10-10 लाख रुपये की सहायता मिलनी चाहिए।
ग्रामीणों ने पूर्व मंत्री को बताया कि हादसे से पहले बच्चों ने शिक्षकों को छत से गिरते कंकड़ों की जानकारी दी थी, मगर इसके बावजूद उन्हें डांटकर बैठा दिया गया। ग्रामीणों ने यह भी नाराजगी जताई कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने संवेदनाएं व्यक्त करने की बजाय दूरी बनाए रखी, जबकि उन्हें मौके पर पहुंचना चाहिए था।
पूर्व मंत्री ने अंतिम संस्कार में की गई जल्दबाजी को मानवता के खिलाफ बताते हुए कहा कि परिजन अपने रिश्तेदारों के आने का इंतजार कर रहे थे, मगर प्रशासन ने दबाव बनाकर अंतिम संस्कार जल्दी करवा दिया, जिससे परिवारों की पीड़ा और बढ़ गई।