झालावाड़ जिले के इटावा क्षेत्र के बंजारी गांव में पिछले एक साल से एक तलाई (तालाब) में रह रहे मगरमच्छ ने ग्रामीणों को भारी परेशानी में डाल रखा था। मंगलवार को मगरमच्छ एक बार फिर तलाई में नजर आया, जिसे देखकर ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। हालांकि, विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। ऐसे में स्थानीय समाजसेवी हयात खान उर्फ 'टाइगर' को बुलाया गया, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर करीब 7 फीट लंबे मगरमच्छ को कठिन परिस्थितियों में सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू किया।
हयात खान ने मगरमच्छ को पकड़ने के बाद उसे सुरक्षित चंबल नदी के गेता क्षेत्र में छोड़ दिया। ग्रामीणों ने राहत की सांस लेते हुए हयात खान के साहसिक कार्य की सराहना की। उनका कहना है कि मगरमच्छ के कारण वे एक वर्ष से तलाई का उपयोग नहीं कर पा रहे थे, जिससे उन्हें पीने के पानी और पशुओं के उपयोग में काफी दिक्कतें हो रही थीं।
हयात खान उर्फ 'टाइगर' को इटावा और आसपास के क्षेत्र में सांपों और वन्य जीवों के रेस्क्यू कार्य के लिए जाना जाता है। वे कई वर्षों से समाजसेवा, वन्य जीव संरक्षण और आपातकालीन सहायता में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।