देवली-उनियारा उपचुनाव 2024 के दौरान एसडीएम को थप्पड़ मारने के मामले में चर्चित हुए निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को सोमवार को टोंक जेल से रिहा कर दिया गया। वे पिछले 8 महीनों से न्यायिक हिरासत में थे। राजस्थान हाईकोर्ट ने 11 जुलाई को आगजनी और तोड़फोड़ के मामले में उन्हें जमानत दे दी थी। उल्लेखनीय है कि थप्पड़कांड के मामले में उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी थी।
कोर्ट ने उन्हें रिहा करने से पहले कुछ शर्ते भी लगाई है।उन्हें हर महीने की 25 तारीख कोहाजिरी देनी पड़ेगी। कोर्ट नेउन पर जुलूस आदि निकलने पर प्रतिबंध लगाया है।इन शर्तों की उल्लंघन करने पर उनकी जमानत रद्द कर दी जाएगी
घटना 13 नवंबर 2024 की है, जब टोंक जिले के समरावता गांव में चल रहे मतदान के दौरान उपखंड अधिकारी अमित चौधरी को नरेश मीणा ने थप्पड़ मार दिया था। इस घटना के बाद क्षेत्र में व्यापक आक्रोश, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं, जिससे प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ी। इससे पहले नरेश मीणा की दो जमानत याचिकाएं हाईकोर्ट द्वारा खारिज की जा चुकी थीं।