अजमेर की ओर से जयपुर आने वाली 500 से अधिक रोडवेज और निजी बसें अब सीधे हीरापुरा बस टर्मिनल पर ही रुकेंगी और उन्हें शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। यह व्यवस्था 1 अगस्त 2025 से प्रभावी की जा रही है। यात्रियों को टर्मिनल से शहर के विभिन्न क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए 17 बसों का संचालन किया जाएगा, जिन्हें चार अलग-अलग रूटों पर चलाया जाएगा। इन बसों का संचालन जेसीटीएसएल द्वारा किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, टर्मिनल से 100 से अधिक मिनी बसें और 500 मैजिक टैम्पो भी चलाए जाएंगे, जिससे शहर के भीतर संपर्क सुगम रहेगा। यह कदम जयपुर शहर में ट्रैफिक लोड को कम करने और सार्वजनिक परिवहन को सुव्यवस्थित करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।
शुक्रवार को आरटीओ-प्रथम कार्यालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में इस योजना की रूपरेखा तय की गई। बैठक में आरटीओ-प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत, एडीसीपी ट्रैफिक राजेंद्र कुमार, कॉन्ट्रैक्ट कैरिज, स्टेज कैरिज, तथा बस यूनियनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
अभी तक अजमेर की बसें 200 फीट बायपास, सोडाला होते हुए सिंधी कैंप तक जाती थीं, जिससे शहर के इन मार्गों पर भारी ट्रैफिक दबाव रहता था। टर्मिनल शुरू होने के बाद इस मार्ग पर वाहनों की भीड़ में कमी आने की संभावना है, साथ ही शहर में ट्रैफिक व्यवस्था और पर्यावरण दोनों को लाभ पहुंचेगा।