पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा विधानसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं पर की गई टिप्पणी और गृहमंत्री अमित शाह को गुजरात से तड़ीपार कहने पर राजनीतिक विवाद तेजी से गहराता जा रहा है। मान की इन टिप्पणियों को लेकर अब विदेश मंत्रालय और केंद्र सरकार के वरिष्ठ नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
विदेश मंत्रालय ने भगवंत मान की बयानबाजी को गैर-जिम्मेदाराना और खेदजनक बताते हुए कहा कि इस तरह की टिप्पणियां भारत के मित्र देशों के साथ संबंधों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत सरकार ऐसे बयानों से खुद को पूरी तरह से अलग करती है और ऐसी अनुचित भाषा की निंदा करती है।
वहीं दूसरी ओर केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने सीएम मान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह दिन में 18 घंटे देश के लिए काम करते हैं, जबकि भगवंत मान 18 घंटे नशे में रहते हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि भगवंत मान देश के खिलाफ साजिश रच रहे हैं और देश विरोधी तत्वों के साथ मिलकर रणनीति बना रहे हैं। बिट्टू ने उन्हें "नाटकबाज़" और "देशद्रोही" तक कह डाला और उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की।
बिट्टू ने यह भी कहा कि “सीएम मान की हालत यह हो गई है कि उनकी पगड़ी कहीं जा रही होती है और उनके अल्फाज़ कहीं और।” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि कुछ दिन पहले जब भगवंत मान दिल्ली में जल संकट पर चर्चा करने आए थे, तो वह केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल के सामने हर बात पर हाथ जोड़ते नजर आए थे और उनकी मिन्नतों की रिकॉर्डिंग भी सार्वजनिक हो चुकी है।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच राजनीतिक तनाव को उजागर किया है और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है।