Monday, 07 July 2025

पूर्व मंत्री सांवरलाल जाट की प्रतिमा अनावरण पर भावुक हुईं वसुंधरा राजे, बोलीं – वे मरते दम तक मेरे साथ थे


पूर्व मंत्री सांवरलाल जाट की प्रतिमा अनावरण पर भावुक हुईं वसुंधरा राजे, बोलीं – वे मरते दम तक मेरे साथ थे

जाट नेता के रूप में चर्चित हुए पूर्व मंत्री स्वर्गीय प्रो. सांवरलाल जाट की प्रतिमा का अनावरण रविवार को अजमेर जिले के अरांई के सिरोंज गांव में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भावुक लहजे में स्व. जाट को याद किया और उनकी निष्ठा, सादगी तथा राजनीतिक समर्पण को श्रद्धांजलि दी।

पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि भैरों सिंह शेखावत, प्रो. सांवरलाल जाट और डॉ. दिगंबर सिंह के चले जाने से सिर्फ प्रदेश नहीं, मैं व्यक्तिगत रूप से भी अपार क्षति अनुभव करती हूं। आज अगर वे जीवित होते, तो प्रदेशहित और मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने से कभी पीछे नहीं हटते।"

राजे ने अपने संबोधन में याद किया कि प्रो. जाट राजनीति में भैरोंसिंह शेखावत की शैली के अनुयायी थे। उन्हें अजमेर से लोकसभा चुनाव लड़ने में संकोच था, लेकिन अनुशासन के कारण उन्होंने यह जिम्मेदारी निभाई और जीत हासिल की।

उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'X' (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, "मौसम और इंसान कब बदल जाए, कोई भरोसा नहीं। राजनीति में आजकल एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लिए जाते हैं, पर प्रो. जाट ऐसे नहीं थे। वे मरते दम तक मेरे साथ रहे।"

पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि सांवरलाल जाट किसानों और गरीबों के सच्चे हितैषी थे। उनका जीवन त्याग, ईमानदारी और सेवाभाव का आदर्श है। वे न केवल अपने निर्वाचन क्षेत्र के, बल्कि पूरे राजस्थान के जनसेवक थे।

केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी ने भी कार्यक्रम में कहा कि प्रो. जाट का जीवन संघर्ष, सेवा और सादगी की मिसाल है। उन्होंने किसानों के हक के लिए दिल्ली से जयपुर तक आवाज बुलंद की।

नसीराबाद भाजपा विधायक रामस्वरूप लांबा, जो स्व. जाट के पुत्र हैं, ने कहा कि यह प्रतिमा केवल उनके पिता की नहीं, बल्कि एक विचार और जीवन मूल्यों की प्रतिमा है। किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी ने भी उन्हें राजस्थान की राजनीति का "मजबूत स्तंभ" बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।

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