



मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सारस्वत ब्राह्मण महासम्मेलन में सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रख्यात उद्योगपति डॉ. सतीश वाघ ने समाज के आर्थिक सशक्तिकरण और उद्यमिता पर जोर दिया।
डॉ. सतीश वाघ ने अपने संबोधन में कहा कि सारस्वत समाज के बच्चों को केवल नौकरी करने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनना चाहिए। उन्होंने बताया कि वर्ष 1987 में उन्होंने मात्र 130 रुपये की पूंजी से कंपनी की शुरुआत की थी, जो आज 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार तक पहुंच चुकी है। यह इस बात का प्रमाण है कि यदि दृष्टि, मेहनत और ईमानदारी हो, तो सीमित संसाधनों से भी वैश्विक स्तर की सफलता हासिल की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि आज कई बच्चे नौकरी करने में गर्व महसूस करते हैं, लेकिन उद्यमिता के माध्यम से समाज और देश को आगे बढ़ाने का अवसर अधिक बड़ा होता है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे स्टार्टअप और स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ाएं।
डॉ. वाघ ने जानकारी दी कि सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड ने हाल ही में सारस्वत समाज के युवाओं के लिए रोजगार और प्रशिक्षण की दिशा में पहल की है। कंपनी ने अब तक 3.25 लाख रुपये की प्रारंभिक पूंजी से युवाओं को उद्योग शुरू करने के लिए सहयोग दिया है और भविष्य में 15 हजार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने की योजना है।
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी कंपनी में वर्तमान में 875 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से बड़ी संख्या समाज के युवाओं की है। इसके साथ ही कंपनी 10 करोड़ रुपये से अधिक की सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) के अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार से जुड़े कार्यों में योगदान दे रही है।
डॉ. सतीश वाघ ने कहा कि सारस्वत समाज में प्रतिभा की कमी नहीं है, आवश्यकता है तो केवल सही मार्गदर्शन और अवसर प्रदान करने की। उन्होंने समाज के उद्योगपतियों और भामाशाहों से आह्वान किया कि वे युवाओं को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
उनके प्रेरक संबोधन पर सभागार तालियों से गूंज उठा और बड़ी संख्या में उपस्थित युवाओं ने इसे मार्गदर्शक और प्रेरणादायक बताया।