अलवर जिले की उद्योग नगर थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए ₹ 25,000 के इनामी और अंतर्राज्यीय फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड नासिर मेव को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नासिर मेव हरियाणा के मेवात क्षेत्र का रहने वाला है और फर्जी चेसिस नंबर, जाली दस्तावेज़ और नंबर प्लेट बनाकर ट्रांसपोर्ट कंपनियों का कीमती माल खुर्द-बुर्द करता था।
23 जनवरी को अडानी कंपनी से सरसों के तेल से भरा ट्रक कोलकाता के लिए रवाना हुआ था, लेकिन रास्ते से गायब हो गया। इसके बाद उद्योग नगर थाने में मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक संजीव नैन के निर्देशन में गठित टीम ने विशेष तकनीकी जांच, मुखबिरी सूचना और नाकाबंदी के जरिए नासिर मेव को धर-दबोचा। भागने के दौरान उसकी गाड़ी के टायर फट गए लेकिन वह 10 किलोमीटर तक गाड़ी भगाता रहा।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि नासिर एक अंतर्राज्यीय गिरोह का सरगना है जो फर्जी दस्तावेज़ बनाकर महंगे ट्रकों में माल लोड करवाता था और बाद में ट्रक का हुलिया बदलकर या महाराष्ट्र में तस्करों को बेच देता था। गिरोह असम-नागालैंड से एनओसी लाकर राजस्थान में रजिस्ट्रेशन करवा कर वाहनों पर लोन उठाकर धोखाधड़ी करता था। कभी-कभी चोरी की झूठी रिपोर्ट कराकर गाड़ियों को कबाड़ में कटवा देता था।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से एक फर्जी आरसी, ट्रक, और प्रयुक्त अलकजार गाड़ी बरामद की गई है। पहले ही पुलिस 259 डिब्बे सरसों तेल के भी बरामद कर चुकी है। इस गिरोह में जयपुर और महाराष्ट्र के अन्य आरोपी भी शामिल हैं जिनकी तलाश जारी है।
पुलिस टीम में थानाधिकारी अजीत सिंह बडसरा, एसआई महावीर सिंह, हेड कांस्टेबल खैमसिंह, कांस्टेबल निजामुद्दीन, सद्दाम, राकेश, देवकी नंदन, और डीएसटी टीम के हेड कांस्टेबल दयाराम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह कार्रवाई राजस्थान, हरियाणा और यूपी में सक्रिय नासिर मेव जैसे शातिर अपराधियों पर करारा प्रहार है और अंतर्राज्यीय संगठित अपराध नेटवर्क के खुलासे की दिशा में एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।