जयपुर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर नियमित जनसुनवाई के दौरान कहा कि जनता की समस्याओं का शीघ्र और प्रभावी समाधान राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सुशासन (गुड गवर्नेंस) के हमारे मॉडल में जनसेवा सर्वोपरि है और परिवेदनाओं के निस्तारण में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनसुनवाई में मुख्यमंत्री ने व्यक्तिशः आम नागरिकों से जनसंवाद किया और हर समस्या को गंभीरता से सुनकर तत्काल संबंधित विभागों को समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई महज औपचारिकता नहीं, बल्कि जनसेवा का प्रतिबद्ध मंच है। हमारी कोशिश है कि हर परिवादी को त्वरित न्याय मिले।
जनसुनवाई के दौरान लकवा पीड़ित मुकेश सिंह राजावत ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे दो वर्ष से लकवा से ग्रसित हैं और उनका परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा है।इस पर मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से नियमानुसार आर्थिक सहायता जारी करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि—
हर प्रकरण सूचीबद्ध किया जाए
प्रगति की नियमित निगरानी हो
परिवादियों को समाधान की जानकारी दी जाए
यदि कोई कर्मचारी लापरवाही बरते, तो सख्त कार्रवाई की जाए
सेवानिवृत्त कर्मी दोषी हो, तो पेंशन रोकी जाए
मुख्यमंत्री ने कई विभागों से जुड़ी शिकायतें मौके पर सुनीं और उनका वहीं तत्काल निस्तारण सुनिश्चित किया। इनमें शामिल रहे:
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज
कृषि
गृह व राजस्व
सिंचाई व परिवहन
पशुपालन
जयपुर विकास प्राधिकरण
नगर निगम
शिक्षा व चिकित्सा
पेयजल, मनरेगा और ऊर्जा विभाग
इस अवसर पर बड़ी संख्या में आमजन और जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
मुख्य उद्धरण:
"जनता की समस्याओं का समाधान हमारी प्रमुख प्राथमिकता है।"
"गुड गवर्नेंस के हमारे मॉडल में जनसेवा सर्वोपरी है।"
"परिवेदनाओं के निस्तारण में कोताही नहीं होगी बर्दाश्त।"