जयपुर के रामलीला मैदान में सोमवार को कांग्रेस की 'संविधान बचाओ रैली' का आयोजन हुआ। रैली के मुख्य वक्ता कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रहे। खड़गे ने अपने भाषण में पहलगाम आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब देश पर संकट आता है तो प्रधानमंत्री को सभी दलों के नेताओं के साथ ऑल पार्टी मीटिंग बुलानी चाहिए थी, लेकिन मोदी जी चुनावी भाषणों में व्यस्त रहे। खड़गे ने कहा कि देश के स्वाभिमान पर हमला हुआ है और ऐसे समय में एकता दिखाना जरूरी था।
खड़गे ने कहा कि अगर आज चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बन सका है तो वह संविधान की देन है, जिसे अंबेडकर ने बनाया। उन्होंने बीजेपी नेताओं पर अंबेडकर और संविधान के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी बाबा साहेब का नाम लेने से परेशान है तो कांग्रेस उन्हें सही जवाब देगी।
रैली में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने जयपुर में बीजेपी नेताओं द्वारा हाल ही में हुए उपद्रव पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और आतंकी ताकतें देश को धर्म के नाम पर बांटना चाहती हैं, लेकिन कांग्रेस एकता और भाईचारे की बात करती रहेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राज्य में पंचायतों और समितियों के परिसीमन का मुद्दा उठाया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि पांच साल से अधिक चुनाव टालना संविधान के खिलाफ है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भंवर जितेंद्र सिंह ने राजस्थान में ट्रांसफार्मर घोटाले और बढ़ते भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए सरकार पर हमला बोला।
रैली में पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई और राहुल गांधी द्वारा पीड़ित परिवारों से मिलने का उल्लेख कर कांग्रेस की संवेदनशीलता को दर्शाया गया। कांग्रेस नेताओं ने एक स्वर में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ किसी भी कार्रवाई में पार्टी सरकार का समर्थन करेगी।