जयपुर। नागौर से सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने रविवार को अपनी सुरक्षा लौटाते हुए केंद्र और राज्य सरकारों पर गंभीर सवाल उठाए। बेनीवाल ने कहा कि कई वर्षों से उन्हें आधुनिक हथियारों से लैस चार सुरक्षाकर्मी प्रदान किए गए थे, लेकिन भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद दो सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया गया। शेष दो सुरक्षाकर्मियों से आधुनिक हथियार भी वापस लेकर केवल पिस्टल उपलब्ध करवाई गई। उन्होंने बताया कि 25 अप्रैल को राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें दूरभाष पर उनकी जान को खतरे की सूचना दी थी और एस्कॉर्ट व अतिरिक्त सुरक्षा देने का आश्वासन दिया था।
बेनीवाल ने कहा कि वह पिछले तीन दिनों से जयपुर में रहकर धरने पर बैठे हैं, इसके बावजूद उन्हें श्रेणीबद्ध सुरक्षा उपलब्ध नहीं करवाई गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र की एजेंसियों से उन्हें जान का खतरा होने की जानकारी मिलने के बावजूद इंटेलिजेंस द्वारा उचित सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई और यह भी नहीं बताया गया कि खतरा किससे है। बेनीवाल ने स्पष्ट किया कि ऐसी असहज स्थिति में वह अपनी बची हुई सुरक्षा भी लौटा रहे हैं और सरकार से जवाब मांग रहे हैं कि आखिर उनकी जान को खतरा किससे है और उचित सुरक्षा क्यों नहीं दी जा रही है। इस घटनाक्रम के बाद राज्य की राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है।