जयपुर के चर्चित आर्किटेक्ट भारत सैनी की आत्महत्या के मामले में हर दिन नई परतें खुल रही हैं। घटना के तीसरे दिन भी उनकी पत्नी वर्षा अपने पति के कपड़ों से लिपटकर बिलखती रही। पति की शर्ट की कॉलर, पेंट की सिलवटों और उसमें बची सुगंध को थामे हुए वर्षा की आंखों से सवाल झलकते रहे—"अगर आरएएस मुक्ता राव पति की बकाया रकम पहले ही दे देतीं, तो क्या मेरा घर उजड़ता?" वर्षा ने भावुक स्वर में कहा कि जब पति जिंदा थे तब मुक्ता राव कहती थीं कि सिर्फ डेढ़ लाख रुपए निकलते हैं, लेकिन मौत के बाद अचानक 41 लाख रुपए कैसे दे दिए? यह पैसा अब किस काम का?
भारत के पिता भानुप्रताप सैनी ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि बेटे की मौत के बाद एक अनजान व्यक्ति उनके इर्द-गिर्द मंडराता रहा और डराकर बयान बदलवाया गया। उन्होंने कहा कि बेटे की मौत का सौदा नहीं किया, अब दोबारा पुलिस को बयान देकर न्याय की मांग करूंगा। साथ ही मुख्यमंत्री से अपील की कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें। वहीं, वर्षा ने भी कहा कि 18 अप्रैल की सुबह भारत ने वादा किया था कि आज तेरे गिरवी जेवर छुड़ा दूंगा। उसे क्या पता था कि वह खुद को खत्म कर जेवर दिलाएगा।
उधर, मामले में नामजद आरएएस अधिकारी मुक्ता राव से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन या मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया। पुलिस के डीसीपी (वेस्ट) अमित कुमार ने स्पष्ट किया कि यह आत्महत्या जैसा संज्ञेय अपराध है, जिसकी एफआईआर वापस नहीं ली जा सकती। जांच के आधार पर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।