जयपुर नगर निगम के लिए 150 वार्डों का नया परिसीमन खाका तैयार कर लिया गया है। हाल ही में जयपुर ग्रेटर नगर निगम के अधिकारियों ने यह प्रस्तावित नक्शा जिला कलक्टर जितेन्द्र सोनी को सौंपा, जिसके बाद इसका ड्राफ्ट प्रकाशन कर दिया गया है।
इस ड्राफ्ट के आधार पर जनता और जनप्रतिनिधियों से आपत्तियां व सुझाव मांगे गए हैं, जिनका निस्तारण अगले माह तक किया जाएगा।
ड्राफ्ट प्रकाशन के बाद अब तक 193 आपत्तियां और सुझाव प्राप्त हो चुके हैं। इनमें अधिकांश: वार्ड सीमाओं के बदलाव,भौगोलिक असमानताओं,तथा प्रशासनिक सुविधा से जुड़े हैं।
इन सभी आपत्तियों को 8 मई 2025 तक राज्य सरकार को टिप्पणी सहित भेजा जाएगा। इसके बाद राज्य सरकार 22 मई 2025 तक सभी दावों पर विचार करेगी और निस्तारण के बाद ही परिसीमन का अंतिम अनुमोदन होगा।
विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र में 22 वार्ड प्रस्तावित किए गए हैं — जो सबसे अधिक हैं।आमेर विधानसभा क्षेत्र में केवल 3 वार्ड प्रस्तावित हैं।
सबसे बड़ा वार्ड:वार्ड संख्या 19 (विद्याधर नगर) — जनसंख्या 37,711
सबसे छोटा वार्ड: वार्ड संख्या 132 (आदर्श नगर) — जनसंख्या 10,371
सिर्फ नगर निगम ही नहीं, जिले की 2 नगर परिषदों और 13 नगर पालिकाओं में भी 183 आपत्तियां दर्ज की गई हैं। ये आपत्तियां उपखंड कार्यालय, जोन कार्यालय और जिला कलेक्ट्रेट में प्राप्त हुई हैं। यह स्पष्ट संकेत है कि स्थानीय स्तर पर वार्ड परिसीमन को लेकर असहमति और सुझावों की संख्या अधिक है।
गौरतलब है कि जयपुर नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर दोनों का कार्यकाल नवंबर 2025 में समाप्त होने जा रहा है।राज्य सरकार का लक्ष्य है कि ‘वन स्टेट-वन इलेक्शन’ मॉडल के तहत सभी नगरीय निकायों में एक साथ चुनाव कराए जाएं।इसलिए परिसीमन प्रक्रिया का शीघ्र पूर्ण होना आवश्यक हो गया है।