जयपुर। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने 9 महीने के लंबे अंतराल के बाद कृषि विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि अब विभागीय कार्यों को तेज गति से आगे बढ़ाना उनकी प्राथमिकता होगी। इस्तीफे और दिल्ली दौरे के सवालों से लेकर रणथंभौर टाइगर रिजर्व और बीमा कंपनियों की अनियमितताओं पर भी उन्होंने बेबाकी से जवाब दिए।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि "मैंने रुचि नहीं ली क्योंकि मेरी विधानसभा सीट हार गई थी। नैतिकता के नाते मैंने इस्तीफा दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने स्वीकार नहीं किया। अब जिम्मेदारी मिली है तो काम भी करूंगा, क्योंकि विभाग उजड़ रहा है।"
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने दिल्ली दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों से राज्य के अहम मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि "रणथंभौर टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण हो रहे हैं। होटल और पीजी गेस्ट हाउस टाइगर के नैसर्गिक वातावरण को बाधित कर रहे हैं। हमने गडकरी जी से सेंचुरी को हाईवे से जोड़ने का आग्रह भी किया है।"
उन्होंने पूर्व कांग्रेस विधायक दानिश अबरार की मां को एक दिन में पोली हाउस देने के मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि "सबकी प्राथमिकता लांघकर कैसे दिया गया? इसकी जांच कराएंगे और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी।"
बाजरे की एमएसपी पर खरीद नहीं होने के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए किरोड़ी बोले कि "जब गहलोत 15 साल मुख्यमंत्री रहे, क्या तब 15 किलो भी बाजरा खरीदा? हमारी सरकार में बाकायदा खरीद हो रही है, शिकायत मिलेगी तो समाधान होगा।"
बूंदी जिले में बीमा कंपनी द्वारा हजारों किसानों को क्लेम न देने की शिकायतों पर कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा बोले— "कंपनी को नोटिस दे चुके हैं। जवाब नहीं मिला तो टर्मिनेट करेंगे, चाहे कितनी भी बड़ी कंपनी हो। किसानों से कह दिया है कि मुकदमा दर्ज करवाएं।"
राजनीतिक व्यंग्य के अंदाज में उन्होंने कांग्रेस नेता गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर कहा कि "उन्होंने मेरी चिंता की, यह अच्छी बात है। साढू की चिंता साढू नहीं करेगा तो कौन करेगा।"