Tuesday, 08 July 2025

जयपुर में ई-रिक्शा सब्सिडी घोटाला: 56 लोगों ने 122 ई-रिक्शा रजिस्ट्रेशन कर 15 लाख की सब्सिडी उठाई


जयपुर में ई-रिक्शा सब्सिडी घोटाला: 56 लोगों ने 122 ई-रिक्शा रजिस्ट्रेशन कर 15 लाख की सब्सिडी उठाई

जयपुर के जगतपुरा स्थित ऑफिस में ई-रिक्शा रजिस्ट्रेशन में घोटाले का खुलासा हुआ है, जहां नियमों की अनदेखी कर सरकारी सब्सिडी का दुरुपयोग किया गया। सरकार के आदेशानुसार, एक व्यक्ति केवल एक ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन कर सब्सिडी ले सकता है, लेकिन 56 लोगों ने 122 ई-रिक्शा रजिस्ट्रेशन करवा कर करीब 15 लाख रुपए की सब्सिडी गलत तरीके से हासिल कर ली।

यह घोटाला आरटीओ के निर्देश पर डीटीओ यात्री वाहन की जांच के बाद सामने आया। जांच में पाया गया कि कुल 66 ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन नियमों के विरुद्ध किया गया है। सबसे ज्यादा सब्सिडी लेने वालों में अजय सिंह राठौड़, फरहान अहमद, कमल सिंह राठौड़, मोहम्मद शाकिर कुरैशी, मुकेश मेहरा, प्रमोद कुमार, वीरेंद्र सिंह और शिवानी सेठ के नाम सामने आए हैं। इन लोगों ने 3 से 5 ई-रिक्शा तक रजिस्टर कराकर करीब 7.36 लाख रुपए की सब्सिडी अकेले उठा ली।

जांच में यह भी पाया गया कि सभी ई-रिक्शा किराए पर चल रहे हैं, जिनसे संबंधित व्यक्ति रोजाना लगभग 600 रुपए किराया वसूल रहे हैं। यह सीधा लाभ वाणिज्यिक रूप से उठाया गया, जबकि सब्सिडी योजना केवल व्यक्तिगत स्वरोजगार के लिए थी।

विभागीय अधिकारियों ने यह भी स्वीकार किया कि परिवहन विभाग के सॉफ्टवेयर में ऐसी गड़बड़ी की रोकथाम की कोई व्यवस्था नहीं थी, जिससे एक ही व्यक्ति के नाम पर एक से अधिक रजिस्ट्रेशन हो सके।

आरटीओ राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि, "सभी लाभार्थियों को राशि लौटाने के नोटिस भेजे गए हैं। अगर वे तय समय में भुगतान नहीं करते हैं, तो ई-रिक्शा जब्त कर लिए जाएंगे और उनके खिलाफ वित्तीय धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाएगा।"

यह मामला न केवल सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग को उजागर करता है, बल्कि सिस्टम में मौजूद खामियों की ओर भी संकेत करता है, जिनमें तकनीकी सुधार की जरूरत है।

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