राजस्थान में पर्यावरण संरक्षण और गौ सेवा को बढ़ावा देने के लिए उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने गुरुवार को हिंगोनिया गौ पुनर्वास केंद्र में ‘बांस प्रशिक्षण केंद्र’ का उद्घाटन किया। यह केंद्र पूरी तरह ईको-फ्रेंडली बनाया गया है और इसकी संरचना मुख्य रूप से बांस की लकड़ी से निर्मित की गई है।
होली के अवसर पर इस केंद्र में विशेष रूप से 12,500 पेड़ लगाए गए। इस दौरान दीया कुमारी ने वायु प्रदूषण को रोकने और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य में हरित क्रांति को बढ़ावा देगी और गौ सेवा के प्रति जागरूकता फैलाएगी।
हिंगोनिया गौ पुनर्वास केंद्र वर्तमान में 15,000 से अधिक गोवंश का घर है।यह केंद्र गौ सेवा, जैविक खेती और पर्यावरण संरक्षण के लिए एक प्रेरणादायक मॉडल बन चुका है। इस नए बांस प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना से लोगों को प्राकृतिक संसाधनों के महत्व को समझने और पारंपरिक तरीकों से पर्यावरण संरक्षण करने का अवसर मिलेगा।
वृक्षारोपण से भूमि कटाव को रोका जाएगा, जिससे बंजर भूमि को हरा-भरा बनाया जा सकेगा।
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि यह पहल राजस्थान के सतत विकास में नए आयाम जोड़ेगी और इससे प्रदेश के नागरिकों के स्वास्थ्य में भी सुधार होगा।