सवाई मानसिंह स्टेडियम की दुर्दशा:जयपुर का सवाई मानसिंह स्टेडियम, जो खिलाड़ियों की मेहनत और खेल की भावना का प्रतीक होना चाहिए, अव्यवस्थाओं और गंदगी का शिकार हो गया है। जगह-जगह कचरे के ढेर, शराब की खाली बोतलें, और यहां तक कि खाली सीरिंज भी स्टेडियम की हालत बयान कर रहे हैं।
खेल विभाग की महिला अधिकारी के दौरे में खुली पोल: छुट्टी के दिन खेल विभाग की एक महिला अधिकारी, जो सचिवालय में बैठती हैं, ने स्टेडियम का दौरा किया। उनके सामने ही खेल परिषद की कार्यशैली की पोल खुल गई। गंदगी और बदहाल व्यवस्थाएं इस बात की गवाही देती हैं कि यहां के अधिकारी खेल, खेल मैदान, और खिलाड़ियों, खासकर बालिकाओं, के प्रति बिल्कुल असंवेदनशील हैं।
मानसिंह स्टेडियम में खाली सीरिंज मिलने से यह सवाल खड़ा हो गया है कि यहां सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं। इन "डोज़" से जुड़े खतरों के कारण खिलाड़ियों, खासकर बालिकाओं, की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
मीडिया में मामले के उठने के बाद खेल परिषद अब कुछ ठेका कर्मचारियों पर कार्रवाई करके मामले को दबाने की कोशिश कर सकती है। लेकिन असल सवाल यह है कि क्या जिम्मेदार अधिकारी रोजाना स्टेडियम का निरीक्षण करेंगे और इसे सुधारेंगे?
मानसिंह स्टेडियम की दुर्दशा को लेकर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें यह दिखाया गया है कि गंदगी और बदहाल स्थिति खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों के लिए कितनी असहज है।
सवाई मानसिंह स्टेडियम की वर्तमान स्थिति खेल विभाग और खेल परिषद की लापरवाही का सीधा परिणाम है। खिलाड़ियों के लिए यह स्थान प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत होना चाहिए, लेकिन फिलहाल यह गंदगी और लापरवाही का उदाहरण बना हुआ है। प्रशासन से उम्मीद है कि वह जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाएगा।