राजस्थान के जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने गुरुवार को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को लेकर अहम जानकारी साझा की। भीलवाड़ा के दौरे पर मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 दिसंबर को ईआरसीपी का शिलान्यास करेंगे।
ईआरसीपी प्रोजेक्ट, जो लंबे समय से विवादों और देरी में घिरा हुआ था, अब मूर्त रूप लेने जा रहा है। मंत्री ने कहा कि इसी साल जनवरी में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बीच एक अहम बैठक हुई थी। इस बैठक के बाद केंद्र सरकार, राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकार के बीच एमओयू साइन हुआ।
ईआरसीपी प्रोजेक्ट की विशेषताएं:
यह परियोजना राजस्थान के पूर्वी हिस्से के 13 जिलों के लाखों लोगों को पीने और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराएगी।
परियोजना के तहत मध्य प्रदेश के केन और चंबल नदी बेसिन से राजस्थान में पानी पहुंचाया जाएगा।
राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच सहमति:
इस प्रोजेक्ट पर लंबे समय से राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच सहमति नहीं बन पाई थी। हालांकि, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार ने इस परियोजना को प्राथमिकता देते हुए केंद्र और राज्यों के बीच तालमेल बढ़ाया।
भाजपा सरकार के प्रयास:
मंत्री चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार ने ईआरसीपी को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किया है। यह परियोजना प्रदेश की जल समस्याओं को दूर करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।