भाजपा की भजनलाल सरकार ने विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर कांग्रेस सरकार की महिला एवं बाल विकास विभाग से जुड़ी 7 योजनाओं के नाम बदल दिए हैं। इन योजनाओं के नामों से 'इंदिरा महिला' शब्द को हटाकर नए नाम दिए गए हैं। माना जा रहा है कि राज्य सरकार का यह कदम आगामी विधानसभा उपचुनाव से पहले एक बड़ी रणनीति का हिस्सा है।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने 2019-2020 के बजट में प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी महिला शक्ति निधि योजना की घोषणा की थी, जिसे अब मौजूदा सरकार ने बदला है। इसके अलावा शिक्षा सेतु योजना को कालीबाई भील महिला संबल योजना में मर्ज कर दिया गया है। भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार के समय शुरू की गई इन योजनाओं के नाम बदले हैं।
पहले: इंदिरा महिला शक्ति प्रशिक्षण एवं कौशल संवर्धन योजना और इंदिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना अब: मुख्यमंत्री नारी शक्ति प्रशिक्षण एवं कौशल संवर्धन योजना
पहले: इंदिरा महिला शक्ति सम्मान एवं प्रोत्साहन योजना और इंदिरा महिला शक्ति केन्द्र अब: पन्नाधाय सुरक्षा एवं सम्मान योजना
पहले: इंदिरा महिला शक्ति उड़ान योजना, इंदिरा महिला शक्ति जागरूकता शिक्षा कार्यक्रम और इंदिरा महिला एवं बाल विकास शोध संस्थान योजना अब: कालीबाई भील महिला संबल योजना
सरकार के इस निर्णय को चुनावी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है, जिससे राज्य में महिला मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है।