राजस्थान कांग्रेस ने आगामी विधानसभा उपचुनावों में बिना गठबंधन के सातों सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने स्पष्ट किया है कि पार्टी ने सभी सात सीटों पर उम्मीदवारों के पैनल तैयार कर लिए हैं और इन्हें हाईकमान को भेज दिया है। डोटासरा ने कहा, "हम किसी से गठबंधन नहीं कर रहे हैं, न ही किसी ने हमसे संपर्क किया है। सातों सीटों पर हम अपने उम्मीदवार उतारेंगे।"
हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के साथ गठबंधन की संभावना पर डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस का किसी से गठबंधन नहीं होगा। उन्होंने कहा, "दिल्ली में गठबंधन हो सकता है, लेकिन राजस्थान में नहीं।"
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी डोटासरा की बात का समर्थन करते हुए कहा कि अगर किसी ने गठबंधन के लिए संपर्क किया होगा, तो वह निर्णय दिल्ली में ही लिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि राजस्थान कांग्रेस ने सभी सीटों पर पैनल हाईकमान को भेज दिए हैं और टिकटों की घोषणा जल्द हो सकती है।
इस बीच बाप पार्टी पहले से ही सलूंबर और चौरासी सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, जिससे आरएलपी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावनाएं समाप्त हो चुकी हैं। कांग्रेस में वरिष्ठ नेताओं का एक वर्ग गठबंधन के खिलाफ है और अकेले चुनाव लड़ने का पक्षधर है।