जयपुर के मुहाना क्षेत्र में 16 अक्टूबर को पुलिस ने छापेमारी कर 1000 किलो नकली घी जब्त किया, जो जांच में नकली पाया गया। यह घी 800 ग्राम पाम ऑयल और 200 ग्राम रिफाइंड तेल मिलाकर बनाया गया था, जिसकी लागत मात्र 70 रुपए प्रति किलो थी, जबकि इसे 400 रुपए प्रति किलो तक बेचा जा रहा था। आरोपी इस नकली घी को दीपावली से पहले 8 हजार किलो तैयार कर बेचने की योजना बना रहा था।
ACP आदित्य काकड़े को मुहाना मंडी के पास स्थित केश्यावाला गांव में नकली देसी घी बनाने की सूचना मिली थी। मौके पर छापेमारी के दौरान फैक्ट्री से इकरार पुत्र वहीद खान (22) निवासी आगरा और समीर पुत्र शहाबुद्दीन (20) निवासी इटावा को गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपी मनीष गुप्ता, जो प्रताप नगर का निवासी है, अभी फरार है और उसे पकड़ने के लिए पुलिस की तीन टीमें जुटी हुई हैं।
एक किलो नकली घी में 80 प्रतिशत पाम ऑयल और 20 प्रतिशत रिफाइंड तेल का उपयोग किया जाता था। इसकी लागत 70 रुपए प्रति किलो होती थी, जबकि इसे 350-400 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा था। दुकानदार इसे 650-700 रुपए प्रति किलो तक में बेचकर दुगुना मुनाफा कमा रहे थे। इस मामले में सरस डेयरी ने कॉपीराइट एक्ट के तहत मुहाना थाने में मामला दर्ज करवाया है।