



जयपुर। पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ाके खिलाफ राजपूत छात्रावास पर कब्जा करने के प्रयास, तोड़फोड़ और आगजनी के गंभीर आरोपों में जालूपुरा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि दीवार फांदकर छत के रास्ते छात्रावास में घुसकर न सिर्फ नारेबाजी की गई, बल्कि वार्डन के कमरे में रखे दस्तावेज, नकदी और अन्य सामान को आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, श्रीराजपूत सभा जयपुर के महामंत्री धीर सिंह शेखावत (68) की ओर से शिकायत दी गई है। शिकायत में बताया गया कि स्टेशन रोड स्थित राजपूत छात्रावास का संचालन लंबे समय से श्रीराजपूत सभा द्वारा किया जा रहा है। 24 दिसंबर की शाम वार्डन योगेन्द्र सिंह ने सूचना दी कि पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा कुछ अन्य लोगों के साथ छात्रावास आ रहे हैं। व्यवस्था के तहत कहा गया था कि उद्देश्य बताने पर उन्हें प्रवेश दिया जाएगा, लेकिन इसके बावजूद गेट खुले होने के बाद भी गुढ़ा सीढ़ी के सहारे दीवार फांदकर छत से अंदर घुसे।
शिकायत में आरोप है कि छत पर मौजूद छात्रों द्वारा वीडियो बनाए जाने पर गुढ़ा और उनके साथ आए लोगों ने वार्डन से गाली-गलौज की और मारपीट पर उतारू हो गए। बाद में मीटिंग हॉल तक जाकर हंगामा किया गया। वार्डन से माफी मांगकर वे लोग लौट गए, लेकिन अगले दिन 25 दिसंबर को हालात और बिगड़ गए। दोपहर करीब 12 बजे 100 से 150 लोग छात्रावास पहुंचे, जिनमें गुढ़ा सहित कई नामजद व्यक्ति शामिल बताए गए हैं। आरोप है कि ये सभी लोग छात्रावास पर कब्जा करने के उद्देश्य से नारेबाजी करते हुए अंदर घुस गए।
शिकायत के अनुसार, भीड़ ने छात्रावास का मुख्य गेट अंदर से लॉक कर दिया, वार्डन के कमरे का ताला तोड़ा और वहां रखे कपड़े, बिस्तर, महत्वपूर्ण दस्तावेज, हिसाब-किताब की रजिस्टर और मेस की करीब 30 हजार रुपये की नकदी को आग लगा दी। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे, केबल और हार्ड डिस्क भी जला दी गई। सूचना मिलने पर श्रीराजपूत सभा के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और पुलिस की मदद से गेट खुलवाया गया। अंदर जाकर देखा तो वार्डन का कमरा क्षतिग्रस्त मिला और सामान जला हुआ पाया गया।
जालूपुरा थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि घटना से जुड़े सभी तथ्यों, वीडियो फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।