



नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर तीखा हमला बोला है। जूली ने कहा कि भाजपा सरकार का यह दावा कि उसने 70 प्रतिशत वादे पूरे कर दिए हैं, सदी का सबसे बड़ा झूठ है। उन्होंने कहा कि जनता अब समझ चुकी है कि यह “जुमलों की सरकार” है और प्रदेशवासी त्राहिमाम कर रहे हैं। जूली के मुताबिक, लोग इस सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना चुके हैं।
जूली ने भाजपा को चेताते हुए कहा कि “सरकार की पोल अंता उपचुनाव में खुल चुकी है, और पंचायतीराज व निकाय चुनावों में इसका टीजर दिखने वाला है।” उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा खुद को पूर्व सरपंच बताते हैं, लेकिन पंचायतीराज चुनावों पर रोक लगा कर उन्होंने लोकतंत्र को ‘ब्यूरोक्रेसी’ में बदल दिया है।
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार की राजनीतिक स्थिति पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि दो साल में इस सरकार की एकमात्र उपलब्धि मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाना रही है। भाजपा के अंदर गुटबाजी चरम पर है, सरकार आपसी खींचतान में उलझी है और जनता को दिखाने के लिए केवल झूठे आंकड़े हैं। संकल्प पत्र के वादे आज भी धूल फांक रहे हैं।
जूली ने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में किसानों के लिए कई बड़े वादे किए थे, जिनमें से कोई भी पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि किसानों से गेहूं 2700 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीद और बोनस देने का वादा आज भी अधूरा है। बाजरे की एमएसपी पर खरीद का दावा भी झूठा निकला।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने रोड़ा एक्ट के तहत किसानों की जमीनें नीलाम नहीं होने देने का वादा किया था, “लेकिन आज भी किसानों की जमीनें कुर्क करने के नोटिस जारी हो रहे हैं।”
जूली ने कहा कि भाजपा ने 2.5 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था और हर भर्ती का ‘जॉब कैलेंडर’ जारी करने की घोषणा की थी।
उन्होंने सवाल उठाया— आज युवा पूछ रहा है कि वह कैलेंडर कहां है? भर्तियां अटकी हैं, परिणाम रुके हैं और अकेले शिक्षा विभाग में ही 1.5 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। वादा था कि एक साल में सभी पद भरेंगे—क्या हुआ उसका?
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने शिक्षा के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने गरीब परिवारों की बेटियों को KG से PG तक मुफ्त शिक्षा का वादा किया था, लेकिन यह वादा भी जुमला साबित हुआ। उलटे, स्कूल ड्रेस के लिए पहले मिलने वाला 1200 रुपये कम कर 600 रुपये कर दिया गया और उसमें से भी कई गरीब बच्चों—खासतौर पर जनरल व OBC वर्ग के—को बाहर कर दिया गया।
जूली ने कहा कि भाजपा नेताओं ने चुनाव के समय पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने के बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन आज तक VAT की समीक्षा तक नहीं की गई। उलटे महंगाई बढ़ती जा रही है, सरकार आंखें मूंदकर बैठी है। जूली ने कहा कि सरकार की वास्तविकता और जनता का दर्द अब सामने आ चुका है, और आगामी चुनावों में जनता भाजपा को इसका जवाब देगी।