Saturday, 13 December 2025

डोटासरा का मुख्यमंत्री भजनलाल पर पलटवार: “मगरमच्छ पहचान लिए हैं तो खुड़का करिए, देरी क्यों? अल्बर्ट हॉल पर खुली बहस की चुनौती”


डोटासरा का मुख्यमंत्री भजनलाल पर पलटवार: “मगरमच्छ पहचान लिए हैं तो खुड़का करिए, देरी क्यों? अल्बर्ट हॉल पर खुली बहस की चुनौती”

राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के ‘पेपर लीक के मगरमच्छ’ वाले बयान पर तीखा पलटवार किया है। जयपुर स्थित कांग्रेस वॉर रूम में मीडिया से बातचीत में डोटासरा ने कहा— “अगर सरकार को पेपर लीक के मगरमच्छ पता हैं, तो कार्रवाई में देरी क्यों? कहीं पर्ची बदल जाए, इसलिए जो खुड़का करना है जल्दी कर दीजिए। बोल तो रहे हो कि मगरमच्छ पकड़े, तो कार्रवाई करने में देर कैसी?”

उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में जमीनों की बंदरबांट चरम पर है, और कई मंत्री स्वयं शिकायत करते हैं कि उनके कहने पर गलत काम नहीं होता तो उनकी "बेइज्जती की जाती है"। डोटासरा ने दावा किया कि राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम "जमीनों की लूट का नया मॉडल" बन चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रवासी राजस्थानी दिवस कार्यक्रम में हरियाणा के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर का भाषण चल रहा था, उस वक्त मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मंच छोड़कर चले गए।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने मुख्यमंत्री को अल्बर्ट हॉल पर खुले मंच पर बहस की चुनौती देते हुए कहा कि आप कहते हैं कि दो साल में पांच साल का काम किया। तो फिर मुख्यमंत्री रहने की जरूरत क्या है? एक खुली बहस कर लें— आपकी सरकार के 2 साल और हमारी सरकार के 1 साल के कामकाज की तुलना जनता के सामने हो जाएगी।

उन्होंने खनन मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि किरोड़ी ने रोजाना 7 करोड़ रुपये की बजरी चोरी का आरोप लगाया था, लेकिन उसके बाद न मुख्यमंत्री बोले न मंत्री— दोनों खामोश क्यों हो गए?

पेपर लीक और जल जीवन मिशन मामलों पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले बड़े घोटाले के आरोप लगाए, लेकिन सत्ता में आने के बाद “सिर्फ महेश जोशी को राजनीतिक षडयंत्र के तहत जेल भेजा गया, बाकी सबको क्लीन चिट मिल गई।”

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने कांग्रेस काल की कई दयामयी और कल्याणकारी योजनाएं बंद या कमजोर कर दी हैं। उन्होंने कहा कि चिरंजीवी योजना, खाद्य पैकेट योजना, स्मार्टफोन योजना और विदेशी पढ़ाई स्कॉलरशिप बंद कर दी गई है। “पहले 25 लाख की मुफ्त इलाज योजना हुआ करती थी, अब इसे घटाकर 5 लाख कर दिया गया है। दवाइयां भी कम कर दी गई हैं।”

किसानों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि किसान खाद के लिए लाइन में खड़े लाठियां खा रहे हैं, 12 हजार की किसान सम्मान निधि भी समय पर नहीं मिल रही। हनुमानगढ़ के टिब्बी में जिस तरह किसान आंदोलन चल रहा है, मुख्यमंत्री और मंत्री वहां जा कर हालात क्यों नहीं देख रहे?

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार जनता के मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है, जबकि वास्तविकता यह है कि राज्य में कानून–व्यवस्था, किसानों की समस्याएं और युवाओं के रोजगार के मुद्दे गंभीर रूप से उपेक्षित हैं।

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