



जयपुर। राजस्थान की लगभग 225 एडवोकेट बार एसोसिएशनों में शुक्रवार को एक साथ चुनाव हो रहे हैं। इसे प्रदेश की सबसे बड़ी अधिवक्ता चुनाव प्रक्रिया माना जाता है, जिसमें करीब 70 हजार वकील अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। मतदान सुबह 8 बजे शुरू हुआ, जो शाम 5 बजे तक चलेगा। सभी जिलों में बार एसोसिएशनों ने चुनावी माहौल में उत्साह और सुरक्षा दोनों का विशेष ध्यान रखा है।
इसी के साथ, प्रदेश की प्रतिष्ठित व सबसे प्रभावशाली बार—दी बार एसोसिएशन जयपुर, जिसे ‘मदर बार’ भी कहा जाता है—में आज कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। यहां 21 पदों के लिए 66 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। अध्यक्ष पद पर 7, उपाध्यक्ष के दो पदों पर 5, महासचिव पद पर 8 तथा संयुक्त सचिव पद पर 6 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इन उम्मीदवारों के लिए 4,566 अधिवक्ता मतदान करेंगे।
चुनाव को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के लिए करीब 250 अधिवक्ताओं की चुनाव टीम तैनात की गई है, जबकि सुरक्षा के लिए 100 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। पूरी मतदान प्रक्रिया की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है ताकि पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे।
जयपुर बार का अपना अलग महत्व है। राज्य में अधिकतर वकील अपने करियर की शुरुआत इसी बार से करते हैं, इसलिए इसे ‘मदर बार’ कहा जाता है। इसके अध्यक्ष और महासचिव पद पर रहे कई वरिष्ठ अधिवक्ता आगे चलकर राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश तक बने हैं।
वहीं हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जयपुर में गुरुवार को हुए मतदान की मतगणना शुक्रवार को होगी, जिसके बाद हाईकोर्ट बार अपना 42 वां अध्यक्ष चुनेगी। दोनों प्रमुख बारों के चुनावी परिणाम शनिवार को जारी किए जाएंगे। राजस्थान की न्यायिक दुनिया में बार चुनावों का यह एक बड़ा दिन माना जा रहा है, जहां युवा से लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता तक लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं।