



कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही अंदरूनी हलचल के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि “जब हाईकमान कहेगा, तब डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।” उनसे पूछा गया था कि डीके शिवकुमार को कब सीएम बनाया जाएगा, जिस पर उन्होंने यह साफ जवाब दिया। सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि उनके और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच किसी तरह का मतभेद नहीं है, और दोनों मिलकर सरकार को एकजुटता के साथ चला रहे हैं।
इसी बीच दोनों नेताओं ने मंगलवार सुबह फिर साथ में ब्रेकफास्ट मीटिंग की। यह पिछले चार दिनों में दूसरी बार है जब सिद्धारमैया और शिवकुमार एक साथ नाश्ते पर मिले। सिद्धारमैया सुबह डीके शिवकुमार के घर पहुंचे, जहाँ शिवकुमार और उनके भाई, पूर्व सांसद डीके सुरेश ने उनका स्वागत किया। तीनों ने साथ बैठकर पारंपरिक नाटी चिकन और इडली का आनंद लिया।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, ये मुलाकातें हाईकमान के निर्देश पर हो रही हैं, ताकि दोनों गुटों के बीच समन्वय बना रहे और सरकार को किसी अस्थिरता के संकेत न मिलें। पिछले 22 दिनों से दोनों नेताओं के समर्थक अपने-अपने नेता को मुख्यमंत्री पद पर बैठाने की मांग कर रहे हैं। इससे दबाव का माहौल लगातार बढ़ रहा था।
गौरतलब है कि 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए 2.5–2.5 साल की रोटेशन डील की चर्चाएं सामने आई थीं। हालांकि सिद्धारमैया खेमे ने ऐसी किसी भी डील को लगातार खारिज किया है। वहीं कांग्रेस हाईकमान ने भी आधिकारिक तौर पर इस समझौते की कभी पुष्टि नहीं की। ताजा घटनाक्रम को कर्नाटक कांग्रेस में बढ़ते दबाव और हाईकमान की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है, ताकि सरकार में स्थिरता बनी रहे और 2024–25 की तैयारियों पर असर न पड़े।