



अंता उपचुनाव के नतीजों के बाद भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने विपक्ष के आरोपों को सख्ती से खारिज करते हुए कहा कि यह चुनाव इस बात का सबसे बड़ा प्रमाण है कि भाजपा देश में कितने निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुनाव करवाती है। उन्होंने कहा कि छह महीने पहले से चुनाव की संभावनाओं का पता था और दिल्ली से लेकर राजस्थान तक भाजपा की सरकार होने के बावजूद पार्टी ने किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं किया। अगर वे चाहें तो प्रशासनिक तंत्र या मतदाता सूची के आधार पर चुनाव को प्रभावित कर सकते थे, लेकिन भाजपा ने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए शत-प्रतिशत निष्पक्षता बरती।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर इसका दूसरा बड़ा उदाहरण है, जहां श्रीनगर की अधिकांश सीटों पर भाजपा हार गई, लेकिन वहां 70% मतदान हुआ। अंता में तो 81% रिकॉर्ड मतदान हुआ है। ऐसे माहौल में भाजपा पर ‘वोट चोरी’ के आरोप लगाना पूरी तरह बेमानी है। उन्होंने कहा—“अंता चुनाव उन लोगों के गाल पर झनाटेदार तमाचा है, जो भाजपा पर लोकतंत्र प्रभावित करने का आरोप लगाते हैं।”
अग्रवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी हमला बोला और कहा कि वे समय के साथ आउटडेटेड हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा जुमलाबाजी नहीं करती। अगर ऐसा होता तो पिछले एक साल में महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली जैसे राज्यों में इतने अच्छे परिणाम नहीं आते। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी की बात सीधे जनता के दिल तक पहुंचती है और यही भाजपा की जीत का आधार है। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने 65 साल तक गरीबी हटाओ का नारा दिया, लेकिन गरीब ही हट गए। जबकि भाजपा ने पिछले 11 साल में गरीब और मध्यम वर्ग का जीवन बदलने की दिशा में काम किया है।
अग्रवाल ने कहा कि हार-जीत राजनीति का हिस्सा है। “हम बहुत चुनाव जीतते हैं। एक-आध चुनाव उनको जिताते रहेंगे तो वे लोग भी जिंदा रहेंगे।” उन्होंने कहा कि हालांकि उपचुनाव में प्रदेश नेतृत्व और मुख्यमंत्री ने पूरी ताकत लगाई थी, लेकिन भाजपा हर चुनाव को जनता के फैसले के रूप में स्वीकार करती है।