



जयपुर: राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा चलाए जा रहे “वोट चोर गद्दी छोड़” हस्ताक्षर अभियान के समापन पर जयपुर स्थित हरीश चन्द्र तोतूका भवन में ध्वज वंदन और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, एआईसीसी महासचिव सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी, डॉ. बी.डी. कल्ला सहित कांग्रेस सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष, विधानसभावार समन्वयक और अग्रिम संगठनों के प्रदेशाध्यक्ष उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे SIR (Systematic Identification of Roll) अभियान को लेकर वोट चोरी रोकने की रणनीति पर भी विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। कांग्रेस ने यह तय किया कि प्रदेशभर के 52,439 बूथों पर बीएलए (Booth Level Agents) को सक्रिय किया जाएगा ताकि किसी भी मतदाता को मतदान के अधिकार से वंचित न किया जा सके।
गोविन्द सिंह डोटासरा ने अपने संबोधन में भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा देशभर में लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर कर रही है। हरियाणा, महाराष्ट्र और बिहार जैसे राज्यों में चुनाव आयोग की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर वोट चोरी की घटनाएं हुई हैं। गरीब, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के वोट को व्यवस्थित तरीके से दबाया गया है। अब कांग्रेस इस साजिश को उजागर कर रही है।”
डोटासरा ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस अब बूथ स्तर तक वोटर लिस्ट की जांच और मतदाताओं की सहायता के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि “वोट चोर गद्दी छोड़” हस्ताक्षर अभियान के तहत प्रदेशभर में 15 लाख से अधिक लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में अपने हस्ताक्षर किए हैं। ये हस्ताक्षर अब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) को सौंपे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान कार्यकर्ताओं की भूमिका का मूल्यांकन किया जाएगा और जो कार्यकर्ता इस आंदोलन में सक्रिय रहे हैं, उन्हें पार्टी में उचित सम्मान और अवसर दिए जाएंगे। साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि नवंबर के अंतिम सप्ताह में नई दिल्ली में एक विशाल “वोट चोर गद्दी छोड़” महारैली आयोजित की जाएगी, जिसमें राजस्थान से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भाग लेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट और टीकाराम जूली ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता के लिए लोकतांत्रिक संस्थाओं का दुरुपयोग करना देश के लिए खतरनाक संकेत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए सड़कों से लेकर संसद तक संघर्ष करती रहेगी।
प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और मीडिया प्रभारी स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि बैठक में आए सभी जिलाध्यक्षों और विधानसभा प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों से प्राप्त हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंपे। इस दौरान AICC वॉर रूम से आए प्रशिक्षकों ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से एसआईआर अभियान की कार्यप्रणाली पर प्रशिक्षण दिया। सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों के समन्वयकों को बीएलए की सूची प्रदान की गई और उन्हें निर्देश दिया गया कि तीन दिनों के भीतर अपने क्षेत्र में जाकर प्रशिक्षण से जुड़ी जानकारी साझा करें।
डोटासरा ने कहा कि अब कांग्रेस का हर कार्यकर्ता भाजपा के “वोट चोरी के मंसूबों” को नाकाम करेगा और लोकतंत्र की रक्षा के लिए अंतिम मतदाता तक पहुँचेगा।