



अंता। अंता विधानसभा उपचुनाव में मुकाबला अब पूरी तरह त्रिकोणीय होता नजर आ रहा है। बीजेपी, कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं, जबकि कुल 15 प्रत्याशी चुनावी मैदान में डटे हुए हैं। मतदाताओं को लुभाने की हर कोशिश को रोकने के लिए निर्वाचन आयोग लगातार निगरानी कर रहा है। आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक आयोग ने विभिन्न श्रेणियों में 21 करोड़ 21 लाख रुपए की जब्ती की है।
अवैध शराब की जब्ती 19.27 लाख, नशीले पदार्थों की 35.46 लाख, फ्रीबीज व अन्य सामग्री 20.55 करोड़ और नकद राशि 11.34 लाख रुपए जब्त की गई है। निर्वाचन आयोग ने बताया कि 10 नवंबर को अंतिम प्रशिक्षण के बाद मतदान दलों की रवानगी होगी। मतदान सामग्री और EVM जमा कराने के लिए छह काउंटर बनाए गए हैं, जिनमें से एक काउंटर केवल महिला और दिव्यांग मतदान कर्मियों के लिए आरक्षित रहेगा। EVM की सुरक्षा के लिए तीन स्ट्रॉन्ग रूम तैयार किए गए हैं, जिनमें सीसीटीवी निगरानी चौबीसों घंटे जारी रहेगी।
इस उपचुनाव में 11 नवंबर को मतदान और 14 नवंबर को मतगणना होगी। इस बीच राज्यभर में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण 2026 के तहत BLO अब तक 1 करोड़ से अधिक मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित कर चुके हैं।
शनिवार रात से मतदान से 48 घंटे पूर्व साइलेंस पीरियड लागू हो जाएगा। इसके बाद किसी भी प्रत्याशी या पार्टी की ओर से मोबाइल संदेश, सोशल मीडिया पोस्ट या प्रचार का कोई भी तरीका नियमों के विरुद्ध माना जाएगा और कार्रवाई होगी।
उधर, चुनावी माहौल को गर्माते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कोयला और अंता नगर मंडल की बैठक में कहा कि विकास की "बहती गंगा में हाथ धोने" के लिए जनता बीजेपी उम्मीदवार मोरपाल सुमन को भरपूर समर्थन दे। उन्होंने कहा कि भाजपा को वोट देने का मतलब दो सरकारों (केंद्र और राज्य) और तीन जनप्रतिनिधियों—पूर्व मुख्यमंत्री, सांसद और विधायक—का लाभ है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी कई गांवों में जनसंपर्क किया और आरोप लगाया कि भाजपा तीन काले कृषि कानून लागू करना चाहती थी, लेकिन किसानों के संघर्ष और एक हजार किसानों की जान के बाद वे कानून वापस लेने पड़े। अंता में चुनावी तापमान लगातार बढ़ रहा है और मुकाबले के त्रिकोणीय स्वरूप ने इसे और दिलचस्प बना दिया है। सभी दलों की नज़र अब 11 नवंबर के मतदान दिवस पर टिकी है।