



राजस्थान सरकार ने प्रशासनिक ढांचे में बड़ा फेरबदल करते हुए 42 तहसीलदारों को राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) में प्रमोट कर दिया है। कार्मिक विभाग ने शुक्रवार देर शाम सभी 42 अधिकारियों के प्रमोशन आदेश जारी कर दिए। इनमें से 36 अफसरों की पोस्टिंग जल्द घोषित की जाएगी, जबकि 6 अधिकारियों को संबंधित पद खाली होने के बाद ही नई जिम्मेदारी मिल पाएगी।
कार्मिक विभाग के अनुसार, इन 6 अधिकारियों के प्रमोशन वाले आरएएस पद नवंबर 2025 से फरवरी 2026 के बीच खाली होंगे। ऐसे में उन्हें पद के रिक्त होने की सटीक तिथि से जॉइनिंग मिलेगी। जबकि बाकी 36 अफसर अलग-अलग तिथियों से पदोन्नत माने जाएंगे और उनकी तैनाती शीघ्र जारी होगी।
तहसीलदार से आरएएस बने अधिकारियों में सत्य प्रकाश खत्री का नाम भी शामिल है, जिनके तीन बच्चे हैं। पूर्व नियमों के अनुसार, 2002 के बाद तीन बच्चों वाले अफसरों को प्रमोशन नहीं दिया जाता था। लेकिन सरकार के फैसले के बाद कार्मिक विभाग ने 16 मार्च 2023 को नया सर्कुलर जारी कर राहत प्रदान की थी। इसी के तहत खत्री को जूनियर पे स्केल में पद खाली होने की तिथि से सैलरी तय की जाएगी और तीन वार्षिक वेतन वृद्धि (इंक्रीमेंट) काल्पनिक रूप से दी जाएंगी, हालांकि इनका कोई एरियर नहीं मिलेगा।
प्रमोशन सूची में तहसीलदार महिपाल सिंह का नाम भी शामिल है। उल्लेखनीय है कि त्रिलोकपुरा पंचायत की गोचर भूमि पर कोर्ट स्टे के बावजूद कब्जा कराने के मामले में राजस्थान हाईकोर्ट ने शुक्रवार को ही महिपाल सिंह और एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। इसके कुछ ही घंटों बाद सिंह का नाम प्रमोशन सूची में शामिल होना चर्चा का विषय बना हुआ है।
कार्मिक विभाग की सूची में जिन छह अफसरों के पद बाद में रिक्त होंगे, वे हैं—मनीषा बेरवाल, कृष्ण सिंह, शिक्षा पवन, सत्यवीर सिंह, रमेश चंद्र और हेमंत कुमार गोयल। इन सभी को संबंधित पदों के रिक्त होते ही आरएएस के पद पर जॉइनिंग दी जाएगी। सरकार का यह कदम प्रशासनिक सेवाओं में लंबे समय से लंबित पदोन्नतियों को गति देने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


