



जयपुर। राजस्थान के किसानों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। अब प्रदेश में मनरेगा के तहत किसानों के खेतों में पानी के टांके (वाटर स्टोरेज टैंक) पहले की तरह फिर बनाए जा सकेंगे। लगभग एक सप्ताह पहले केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देश पर राज्य सरकार को यह कार्य रोकना पड़ा था, जिससे किसानों और विपक्ष ने नाराजगी जताई थी।
सोमवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। बैठक के बाद सीएम शर्मा ने कहा कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए खेतों में टांके निर्माण पर लगी रोक हटा दी गई है और फंड भी जारी किया जाएगा। जल्द ही ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संशोधित आदेश जारी किया जाएगा।इस फैसले से विशेष रूप से थार क्षेत्र के किसानों को बड़ी राहत मिलेगी, जहां जल संरक्षण के लिए टांके जीवनरेखा माने जाते हैं।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम भजनलाल शर्मा के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि राजस्थान की जनता और किसानों के लिए इन्होंने कई योजनाएं सफलतापूर्वक लागू की हैं। तारबाड़ योजना से लेकर अन्य कृषि सुधारों तक, राज्य सरकार बेहतर काम कर रही है। इसी के साथ उन्होंने बताया कि राजस्थान के 8 जिलों को प्रधानमंत्री किसान धन धान्य योजना में शामिल किया गया है। इन जिलों में अब 11 विभागों की 36 योजनाएं लागू की जाएंगी, जिससे कम उत्पादकता वाले क्षेत्रों में कृषि विकास की गति बढ़ेगी।
मनरेगा से टांके निर्माण रोकने के फैसले पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। बायतु विधायक और मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा था —यह आदेश नहीं, रेगिस्तान की जनता की पीठ में खंजर है। थार का अस्तित्व इसी जल संरचना पर टिका है। पूरे विश्व में इजराइल मॉडल की बातें होती हैं, पर थार क्षेत्र के टांके उससे कम नहींअब रोक हटने के बाद किसानों के बीच संतोष का माहौल बनने की उम्मीद है।