जयपुर। सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल के सीनियर प्रोफेसर और न्यूरोसर्जन डॉ. मनीष अग्रवाल को सोमवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। रविवार को उन्हें सीने में दर्द की शिकायत के बाद पुलिस निगरानी में अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया था, जिसने विस्तृत जांच के बाद उन्हें पूर्णतः स्वस्थ घोषित किया।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. मृणाल जोशी ने बताया कि मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर डॉ. अग्रवाल को छुट्टी दी गई है। उन्होंने कहा, “डॉ. मनीष अग्रवाल की सभी रिपोर्ट्स सामान्य आई हैं और अब उन्हें अस्पताल में भर्ती रखने की आवश्यकता नहीं है।”
मेडिकल बोर्ड में कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सरिता चौधरी और डॉ. हिमांशु मेहला, जनरल मेडिसिन विभाग से डॉ. श्रीकांत शर्मा, और फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ. सुमंता दत्ता सहित अन्य विशेषज्ञ शामिल थे। बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मरीज की कोई गंभीर चिकित्सीय स्थिति नहीं है।
सूत्रों के अनुसार सोमवार सुबह डॉ. मनीष अग्रवाल की सीटी एंजियोग्राफी भी करवाई गई थी, जिसमें कोई गंभीर लक्षण सामने नहीं आए। रविवार को कार्डियक आईसीयू में भर्ती रहते हुए उनकी 2डी इको और ट्रॉप-टी टेस्ट किए गए थे, जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव (सामान्य) आई थी। डॉक्टरों ने आठ घंटे बाद दोबारा जांच की थी, जो भी सामान्य रही।
गौरतलब है कि डॉ. मनीष अग्रवाल एक लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में जेल में न्यायिक हिरासत में हैं। सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें रविवार को पुलिस सुरक्षा में एसएमएस अस्पताल लाया गया था।