जयपुर। एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ और उनके तीनों साथियों को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। जस्टिस अनूप कुमार ढंढ की एकलपीठ ने इस निर्णय के बाद एनएसयूआई समर्थकों और कांग्रेस छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है।
विनोद जाखड़ पिछले कुछ समय से एक मामले में न्यायिक प्रक्रिया का सामना कर रहे थे। हाईकोर्ट ने आज सुनवाई के दौरान सभी पक्षों को सुनने के बाद जाखड़ सहित तीनों साथियों को राहत देते हुए जमानत मंजूर की।
जमानत आदेश के बाद एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने इसे “सच्चाई की जीत” बताया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला उन तमाम युवाओं के हौसले को मज़बूत करेगा जो लोकतांत्रिक और छात्र अधिकारों के लिए आवाज़ उठा रहे हैं।
इस न्यायिक लड़ाई में सहयोग करने वाले अधिवक्ताओं अश्विन गर्ग, भारत यादव और भगवान सहाय वर्मा को जाखड़ समर्थकों ने हृदय से धन्यवाद दिया है। इन वकीलों ने कोर्ट में जाखड़ और उनके साथियों की न्यायिक पैरवी करते हुए सच्चाई और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा में अहम भूमिका निभाई।
जमानत के फैसले के बाद यह मामला एक बार फिर राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गया है। एनएसयूआई नेताओं का कहना है कि यह निर्णय युवा नेतृत्व की ईमानदारी और संघर्ष की मान्यता है, जबकि विपक्षी दल इसे एक “न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा” बता रहे हैं।