जयपुर। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने आर्थिक रूप से ऐतिहासिक प्रगति की है। उन्होंने बताया कि जब वर्ष 2014 में भारत दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं में 10 वें स्थान पर था, तब राजस्थान का रेल बजट सिर्फ 680 करोड़ रुपए था। लेकिन आज मोदी सरकार ने राजस्थान को 10 हजार करोड़ रुपए का रेल बजट दिया है, और 55 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स राज्य में चल रहे हैं।
वैष्णव जयपुर के अंबाबाड़ी में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित ‘आत्मनिर्भर भारत रोजगार उत्सव’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
रेल मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में रेलवे परियोजनाओं की रफ्तार बेहद धीमी थी।“कांग्रेस के राज में जब कोई पटरी बिछाने का काम शुरू होता था तो दादा के समय शुरू होकर पोते के समय पूरा होता था। इतने धीमे काम होते थे।”
उन्होंने कहा कि अब समय बदल चुका है। पिछले 11 सालों में राजस्थान में रेलवे के जितने विकास कार्य हुए, उतने पिछले 60 वर्षों में नहीं हुए।आज राजस्थान के 85 रेलवे स्टेशन पूरी तरह से नव-निर्मित हो रहे हैं। यह सब प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी आर्थिक नीतियों का परिणाम है।”
अश्विनी वैष्णव ने अपने संबोधन में वंदे भारत ट्रेन की तकनीकी उत्कृष्टता का उदाहरण देते हुए कहा जापान के रेलवे मंत्री भारत आए थे। मैं उन्हें वंदे भारत ट्रेन से सूरत से मुंबई लेकर गया। मैंने उनकी टेबल पर पानी का गिलास रखा, ट्रेन चली लेकिन पानी नहीं हिला। न आवाज, न झटका — यह देखकर वे चकित रह गए।”
रेल मंत्री ने कहा कि बाद में जब वे लोको पायलट के कैबिन में गए तो जापानी मंत्री ने दोबारा टेस्ट करने से मना किया, यह सोचकर कि पानी गिर जाएगा। लेकिन जब गिलास रखा गया तो पानी फिर भी नहीं हिला।वंदे भारत में पानी नहीं हिला, लेकिन उसकी यह कहानी पूरी दुनिया को हिला गई। वंदे भारत ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सबसे बड़ी पहचान बन चुकी है।”
रेल मंत्री ने कहा कि अब भारत केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि निर्माता देश बन चुका है। देश की रेलवे परियोजनाएं, स्टेशन रीडेवलपमेंट प्रोग्राम, और वंदे भारत जैसी हाई-स्पीड ट्रेनें इस आत्मनिर्भर सोच की प्रतीक हैं।
उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में राजस्थान रेलवे का राष्ट्रीय हब बनेगा, जिससे रोजगार, औद्योगिक निवेश और क्षेत्रीय विकास में वृद्धि होगी।