जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार प्रातः 11 बजे अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (ABRSM) के 9वें त्रि-वार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन का औपचारिक उद्घाटन किया। जामडोली स्थित केशव विद्यापीठ में आयोजित इस अधिवेशन के दौरान उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, देशभर के कुलपति और अनेक प्रमुख शिक्षाविद मौजूद रहे। अधिवेशन का मुख्य विषय है – “शिक्षक राष्ट्र के लिए”।
अधिवेशन के दूसरे दिन, 6 अक्टूबर की संध्या को तीन प्रख्यात शिक्षकों को अखिल भारतीय ‘शिक्षा भूषण शिक्षक सम्मान’ से अलंकृत किया जाएगा। सम्मान स्वरूप उन्हें ₹1 लाख नकद राशि, प्रशस्ति पत्र और चाँदी की थाली प्रदान की जाएगी। इस वर्ष सम्मान पाने वाले शिक्षाविद हैं:
प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा (राजस्थान)
प्रो. सुषमा यादव (दिल्ली)
वी.जे. श्रीकुमार (केरल)
इस अवसर पर आचार्य महामण्डलेश्वर पूज्यपाद स्वामी अवधेशानंद जी महाराज और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री सुरेश सोनी भी उपस्थित रहेंगे।अधिवेशन में पारित होंगे तीन अहम प्रस्ताव
एबीआरएसएम के सह मीडिया प्रमुख बसंत जिंदल ने बताया कि अधिवेशन में तीन महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए जाएंगे:
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के 5 वर्ष पूर्ण होने पर समीक्षा एवं भविष्य की दिशा।
सीमा से समाज तक राष्ट्रीय सुरक्षा पर विमर्श।
शिक्षकों की समस्याओं के समाधान पर ठोस प्रस्ताव।
अधिवेशन में देश के कई दिग्गज शिक्षाविद और विचारक अपने विचार साझा करेंगे। इनमें प्रमुख हैं:
डॉ. सुधांशु त्रिवेदी (भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता)
प्रो. एम. जगदीश कुमार (पूर्व अध्यक्ष, यूजीसी)
प्रो. दिनेश सकलानी (निदेशक, एनसीईआरटी)
हनुमान सिंह राठौड़ (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, क्षेत्र कार्यकारिणी सदस्य)
अधिवेशन के दौरान विभिन्न सत्रों में शिक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी, राष्ट्रकेंद्रित और शिक्षक-हितैषी बनाने के लिए विमर्श किया जाएगा।