नई दिल्ली। कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर अपनी रणनीति तेज कर दी है। पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। उनके साथ छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और लोकसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी को भी यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
तीनों वरिष्ठ नेता उम्मीदवारों पर रायशुमारी, चुनाव प्रचार और नतीजों तक की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे और पार्टी हाईकमान को रिपोर्ट देंगे। यह कदम बिहार में पार्टी की चुनावी रणनीति को मजबूत करने और उम्मीदवार चयन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए उठाया गया है।
कांग्रेस ने विधानसभा स्तर पर उम्मीदवार चयन को व्यवस्थित बनाने के लिए 41 जिला पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। इनमें राजस्थान के चार विधायकों सहित आठ नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है।
हरीश चौधरी (राष्ट्रीय महासचिव व बायतू विधायक)
अशोक चांदना (विधायक)
रफीक खान (विधायक)
अभिमन्यु पूनिया (विधायक)
रामलाल जाट (पूर्व मंत्री)
करण सिंह उचियारड़ा (जोधपुर से लोकसभा उम्मीदवार)
अनिल चौपड़ा (जयपुर ग्रामीण से लोकसभा उम्मीदवार)
दिनेश गुर्जर (कांग्रेस नेता)
इन जिला पर्यवेक्षकों को तत्काल काम पर लगाया गया है। वे अपने-अपने जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं से रायशुमारी करेंगे और संभावित उम्मीदवारों का पैनल तैयार करेंगे। तैयार पैनल पार्टी हाईकमान को भेजा जाएगा, जिसके आधार पर उम्मीदवारों का अंतिम चयन होगा।