जयपुर। राजस्थान की शान और भारतीय लग्जरी टूरिज्म की पहचान पैलेस ऑन व्हील्स इस सीजन की अपनी पहली यात्रा पर गुरुवार को जयपुर पहुंची। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया सहित विभिन्न देशों से आए करीब 40 पर्यटकों का गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर पारंपरिक अंदाज में स्वागत किया गया।
राजस्थानी परंपरा में हुआ स्वागत: स्टेशन पर तिलक और माला पहनाकर यात्रियों का अभिनंदन किया गया।लोक कलाकारों ने कच्ची घोड़ी नृत्य प्रस्तुत किया, जिसमें विदेशी सैलानी भी झूम उठे।सजाए गए हाथी ने फूलों की बारिश कर मेहमानों का स्वागत किया। सैलानियों ने हाथी और कलाकारों के साथ यादगार तस्वीरें खिंचवाईं। इसके बाद पर्यटकों को बसों से जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों की सैर के लिए ले जाया गया।
इस बार 30 पर्यटक अमेरिका से: इस यात्रा में शामिल 40 यात्रियों में से 30 अमेरिका से आए हैं। ट्रेन को 17 सितम्बर को दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से पर्यटन आयुक्त एवं RTDC की प्रबंध निदेशक रुक्मणी रियार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। रियार ने कहा— “पैलेस ऑन व्हील्स राजस्थान की शान है। इस वर्ष शानदार बुकिंग प्राप्त हुई है। यह ट्रेन 7 दिनों की अवधि में राजस्थान की अनूठी और ऐतिहासिक धरोहरों को कवर करती है।”
नया कलेवर, नया अनुभव: इस सीजन में ट्रेन को आधुनिक रूप दिया गया है—41 बाथरूमों का रेनोवेशन,बायो-टॉयलेट्स, नया फर्नीचर और लाइटिंग,मेन्यू में राजस्थानी स्थानीय व्यंजन इसका उद्देश्य पर्यटकों को फिर से राजसी अनुभव कराना है।
राजस्थान की शाही यात्रा:ट्रेन की यह यात्रा राजस्थान के प्रमुख स्थलों से होकर गुजरती है: जयपुर (गुलाबी नगर),जैसलमेर (स्वर्ण नगरी) – ऊंट की सवारी,जोधपुर (ब्लू सिटी),उदयपुर (झीलों की नगरी) – नौका विहार ,रणथंभौर नेशनल पार्क – साझा जीप सफारी,भरतपुर बर्ड सेंक्चुरी – रिक्शा राइड,आगरा – ताजमहल दर्शन यात्रा का समापन नई दिल्ली में होता है।
पैलेस ऑन व्हील्स: गौरवशाली विरासत: 26 जनवरी 1982 को शुरू हुई इस शाही ट्रेन का दो साल पहले निजीकरण किया गया। इसे अब ओ एंड एम ऑपरेटर भगत सिंह लोहागढ़ द्वारा RTDC के तत्वावधान में संचालित किया जा रहा है।
लोहागढ़ ने कहा कि “पैलेस ऑन व्हील्स भारत का गौरव है, जो भारतीय मेहमाननवाजी और राजस्थान की संस्कृति को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रही है।”