जयपुर। झालावाड़ स्कूल हादसे के पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर शहीद स्मारक पर आमरण अनशन पर बैठे नरेश मीणा का रविवार को गुस्सा फूट पड़ा। भीड़ बढ़ने पर कुछ समर्थक मंच पर बैठने लगे, जिससे नाराज होकर नरेश मीणा ने समर्थकों की ओर पत्थर फेंका और एक कार्यकर्ता को लातें मार दीं। अचानक हुई इस हरकत से वहां मौजूद लोग सकते में आ गए।
इससे पहले सोमवार को नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के आवास के घेराव के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस ने सभा स्थल से बाहर निकलते ही उन्हें रोक लिया। अधिकारियों ने समझाइश देकर उन्हें वापस भेज दिया। इसके बाद से नरेश शहीद स्मारक पर आमरण अनशन पर डटे हुए हैं।
नरेश मीणा ने अनशन स्थल से ऐलान किया कि जब तक हादसे के पीड़ित परिवारों को 50-50 लाख रुपए मुआवजा नहीं दिया जाता, वे अनशन जारी रखेंगे। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा— “मैं गांधी बनकर आंदोलन कर रहा हूं, लेकिन सीएम मुझे भगत सिंह बनने के लिए मजबूर न करें।”
उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार युवाओं को इसी तरह परेशान करती रही तो उनका अगला कदम बड़ा हो सकता है। “आज शाम का खाना शहीद स्मारक पर नहीं बल्कि सीएम आवास पर खाया जाएगा,” उन्होंने भीड़ से संबोधित करते हुए कहा।