जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार का ध्येय है कि हर व्यक्ति तक जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समयबद्ध और सरल तरीके से पहुंचे तथा अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति को त्वरित राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से प्रदेश में पारदर्शी, जवाबदेह और संवेदनशील तंत्र विकसित किया गया है, जिससे आमजन के जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री शर्मा रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित नियमित जनसुनवाई में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। उन्होंने सबसे पहले महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों की परिवेदनाओं को सुना और अधिकारियों को इनकी शिकायतों के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि प्रत्येक शिकायत की स्थिति पर संबंधित विभागों से नियमित अपडेट ली जाए और आवेदकों को भी उनके मामलों की प्रगति की जानकारी दी जाए।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिला प्रशासन निरंतर जनसुनवाई आयोजित करे ताकि लोगों को अपनी समस्या के समाधान के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि जनहित से जुड़े हर प्रकरण को अधिकारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनसुनवाई के दौरान मुख्यमंत्री शर्मा ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, कृषि, गृह, राजस्व, सिंचाई, परिवहन, पशुपालन, जयपुर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल, मनरेगा और ऊर्जा विभाग से संबंधित समस्याओं को सुना और मौके पर ही उनके निस्तारण के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शर्मा ने विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के पोस्टरों का विमोचन भी किया। जनसुनवाई में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और आमजन मौजूद रहे।